उसने कार की बिक्री की योजना बनाई। दीपक नामक एक व्यक्ति ने किरन कुमार से संपर्क कर कार की खरीदी की बात कही और 35 हजार रुपए अग्रिम राशि के तौर पर दिए थे। फिर दीपक ने कार की खरीदी से इनकार किया और रुपए लौटाने के लिए कहा। किरन कुमार ने दीपक को दो दिन बाद रुपए लौटाने का वादा किया।
दीपक ने दिलीप, लोकेश, विनय कुमार और गणेश की सहायता से किरन कुमार का अपहरण कर मैसूरु रोड के गंगोंडनाहल्ली स्थित एक निवास में जबरन बंद रखा। उस पर हमला कर गंभीर रूप से घायल किया गया था। दीपक ने 35 हजार रुपए के बजाए 70 हजार रुपए देने की मांग करने लगा।
किरन कुमार के मित्रों को इसकी जानकारी मिलने पर वह घटना स्थल पहुंचा और किरन कुमार को छुड़ाया और निजी अस्पताल में भर्ती कराया। फिर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की जांच कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया।