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बैंगलोर

बढ़ते आवदेन से निपटने का तरीका

अनफिट पुलिसकर्मियों को स्थानांतरण के बदले मिलेगा वीआरएस

बैंगलोरNov 23, 2018 / 06:31 pm

Rajendra Vyas

police

बढ़ते आवदेन से निपटने का तरीका

अब केएसआरपी में स्वास्थ्य कारणों से तबादले की मांग करना पड़ेगा भारी

बेंगलूरु. स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर मनचाही पोस्टिंग की जुगाड़ वाले कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) के जवानों के लिए स्थानान्तरण अब आसान नहीं है। अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें वीआरएस के लिए मजबूर किया जा सकता है।
केएसआरपी के सिपाहियों और अन्य कनिष्ठ पुलिसकर्मियों द्वारा बड़े स्तर पर स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर स्थानांतरण का आवेदन किया जाता है। हालांकि आवेदन की समीक्षा में वरिष्ठ अधिकारियों ने पाया कि हाल के महीनों में करीब 70 प्रतिशत पुलिसकर्मियों ने मधुमेह, कमर दर्द, साइनस की समस्याएं और उच्च रक्तचाप (बीपी) का हवाला देकर स्थानांतरण चाहा है। इस प्रकार के सर्वाधिक आवेदन बेंगलूरु के सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) से जुड़ी केएसआरपी यूनिट में सामने आए हैं।
केएसआरपी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भास्कर राव ने स्वास्थ्य कारणों पर स्थानांतरण की मांग को गंभीरता से लिया है और 19 नवम्बर को जारी एक परिपत्र में कहा गया है कि वैध कारणों के बिना स्थानांतरण के लिए आवेदन करने वाले पुलिसकर्मियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति लेने के लिए मजबूर किया जाएगा। यह केएसआरपी के नियम 28 5 के तहत लागू किया जा सकता था। राव के अनुसार कमर दर्द आज के दौर में ऐसी परेशानी है जिससे हम में से अधिकांश पीडि़त हैं। इसके अलावा मधुमेह स्थानांतरण की मांग का कारण नहीं हो सकता है। इस तरह के स्थानांतरण का अनुरोध केवल तभी माना जाता है जब व्यक्ति गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीडि़त होता है और उसके स्थानांतरण से यह प्रतीत हो कि नई पोस्टिंग उसकी स्वास्थ्य समस्या का समाधान करने में कैसे मदद होगी?
केएसआरपी से एक रिजर्व दस्ता है। राव का कहना है कि रिजर्व दस्ते को सेना की तर्ज पर अनुशासित और शारीरिक रूप से तंदुरुस्त रहना चाहिए। हम केएसआरपी को बीमार और कमजोर लोगों के सहारे नहीं चला सकते हैं। हमें ऐसे कर्मियों की जरुरत है जो पूरी तरह से फिट और हर प्रकार से राज्य की रक्षा करने में सक्षम हों। इसलिए अगर कोई स्वास्थ्य कारणों से अनफिट है तो उनकी सेवाएं समय पर नहीं मिल सकती है, इसलिए बेहतर होगा कि उन्हें अनिवार्य सेवानिवृति का विकल्प सुझाया जाए।
राव का कहना है कि स्थानांतरण मांगने पर वीआरएस का विकल्प देकर हम किसी को दंडित नहीं कर रहे हैं बल्कि यह बीमार कर्मियों से छुटकारा पाने के लिए पुलिसकर्मियों और केएसआरपी दोनों के लिए एक सुनहला अवसर है। जो कर्मी अपने कर्तव्यों का पालन नहीं कर सकते हैं बेहतर है कि वे अपनी सेवा से मुक्त हो जाएं और हम उनकी जगह योग्य उम्मीदवारों को भर सकेंगे।

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