उन्होंने कहा कि 44 से अधिक उम्र के लोगों को दूसरा डोज नहीं मिलने पर पहला डोज अप्रभावी होने के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह फैसला किया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जो लोग केवल टीका लगाने के लिए बेंगलूरु शहर से मैसूरु जिले के विभिन्न गांवों में पहुंच रहे हैं, ऐसे लोगों को तुरंत पृथकवास में रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिले के विभिन्न गांवों में कई माइक्रो फाइनेंस कंपनियों के प्रतिनिधि ऋण तथा ब्याज कि किश्तें वसूलने के लिए घर-घर जा रहे हैं। ऐसी कंपनियों को वसूली रोकने के निर्देश दिए गए हैं।