येडियूरप्पा ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के बारे में तमाम जानकारी हासिल की है। कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल लोगों में उलझन पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, इसमें राजनीतिक लाभ उठाने की साजिश है। लोग शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें, किसी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मेंगलूरु में गोलीबारी को लेकर गृहमंत्री बसवराज बोम्मई को बर्खास्त किए जाने की मांग की तरफ ध्यान आकर्षित करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग ऐसी मांग कर रहे हैं, उनका दिमाग ठीक नहीं है। कानून व व्यवस्था बनाकर रखना सरकार का फर्ज है और मेंगलूरु में पुलिस ने वही किया, जो परिस्थिति की जरूरत थी।
पुलिस को किया चौकन्ना
इससे पहले मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की और सीएए को लेकर उपजी परिस्थितियों के दौरान चौकन्ना रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि आंदोलन के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को क्षति पहुंचेगी तो स्थानीय पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाए। असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जाए। संवेदनशील इलाकों में अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात रहें। शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति दें, पर प्रदर्शन का समय 2 घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए।
हिंसा भड़काने वालों पर भी होगी कार्रवाई : सीएम
मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने मेंगलूरु में हिंसा के लिए बाहरी तत्वों को जिम्मेदार बताया है। सोमवार को शिवमोग्गा में उन्होंने कहा कि हिंसा के लिए उकसाने, हिंसक प्रदर्शन में शामिल होने और पुलिस थाने में घुसकर वहां रखे हथियार ले जाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस दिन केरल के शरारती तत्वों ने कई स्थानों पर आग लगाने के साथ ही भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया। पुलिस इस बारे में सीसी कैमरों की फुटेज का अध्ययन कर रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शांति की अपील
मुख्यमंत्री ने राज्य में शांति व सोहार्द बनाए रखने की अपील की। कहा कि जो लोग सीएए के विरोध में बोल रहे हैं वे यह बताने को तैयार नहीं हैं कि यह यह कानून किस तरह अल्पसंख्यकों को प्रभावित करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्पष्ट कर चुके हैं कि देश के मुस्लिम सीएए से प्रभावित नहीं होंगे। इसके बावजूद कांग्रेस व अन्य दल उलझनें पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।