सिद्धरामय्या के करीबी सूत्रों ने बताया कि पिछले 12 दिन से धर्मस्थल के पास उजिरे स्थित मंजुनाथ योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में उपचार करवा रहे सिद्धरामय्या गुरुवार की रात शहर में लौटेंगे। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेता अहमद पटेल सहित किसी भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने अभी तक सिद्धरामय्या के साथ संपर्क करके कोई बातचीत नहीं की है।
बताया जाता है कि सिद्धरामय्या की बयानबाजी के कारण गठबंधन सरकार के सामने किसी तरह का संकट पैदा नहीं हो, लिहाजा पार्टी आलाकमान ने वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे को सिद्धरामय्या के साथ बातचीत करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में ठहरे सिद्धरामय्या ने गत दिनों कुमारस्वामी के नया बजट पेश करने व किसानों का ऋण माफ करने पर आपत्ति की और जोर दिया कि इस सरकार को विधानसभा चुनाव से पहले पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा पेश किए गए बजट को ही लागू करना चाहिए। इतना ही नहीं सिद्धरामय्या ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन सरकार के सत्ता में बने रहने पर भी संदेह व्यक्त किया। सिद्धरामय्या की बयानबाजी का जहां कुछ कांग्रेस नेताओं ने समर्थन किया है वहीं अनेक नेताओं ने इसका विरोध करते हुए कांग्रेस आलाकमान से भी शिकायत की है।
लिहाजा खरगे सिद्धरामय्या के साथ बातचीत करके गठबंधन सरकार पर मंडराते अस्थिरता के खतरे को दूर करेंगे और सिद्धरामय्या से सरकार को रचनात्मक सहयोग देने का अनुरोध करेंगे ताकि गठबंधन सरकार के प्रति जनता में कोई गलत संकेत नहीं जाए।