आंखों में आंसू व रुंधे गले से उन्होंने कहा कि शहर में कोविड से हालात बेहद खराब हैं। अस्पतालों में त्राहि त्राहि मची हुई है। ऑक्सीजन की कमी के कारण छोटे अस्पतालों के आइसीयू में भर्ती मरीजों को डिस्चार्ज करवा कर किसी और अस्पताल में ले जाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। ५०-६० अस्पतालों से संपर्क करने के बावजूद आइसीयू में जगह नहीं मिल पा रही है।
अस्पतालों के बाहर कतारें लगी हैं। जब तक अपनी आंखों से देख नहीं लें तब तक अंदाजा लगाना मुश्किल है कि लोग किस तरह मजबूर हो गए हैं। बीते तीन से चार दिनों से लोग फोन कर बिस्तर दिलाने के लिए भीख मांगने पर मजबूर हो गए हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन तक के लिए गुहार लगा रहे हैं। स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई है। उन्होंने सरकार से रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन व बिस्तर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की अपील की।