एसपी केसरसिंह शेखावत ने बताया कि 24 मई को अपने होने वाले ससुराल में बिना कुछ बताए बाइक पर निकली युवती के साथ सदर इलाके में सामूहिक बलात्कार की वारदात हुई थी। अगले दिन पुलिस को वारदात में प्रयुक्त बाइक लावारिस हालत में बरामद हुई, जिसके नंबर से पता चला कि यह 11 मई को मोटागांव थाना क्षेत्र में एक दंपती से लूटी गई थी। उसके साथ दो मोबाइल भी लूटे गए। मोबाइल नंबर ट्रेस करवाने पर एक की लोकेशन घंटाला गांव की आई तो पुलिस ने कडिय़ां जोड़ी। इससे गैंगरेप के तीन आरोपी नामजद हुए।
शातिर आरोपी अपराध कर भूमिगत होने से मोटागांव, सदर और भूंगड़ा थाना पुलिस की नाक में दम किए हुए थे। एसपी के निर्देश पर कोतवाली की टीम भी लगाई। टीम ने हैड कांस्टेबल गजेंद्रसिंह के नेतृत्व में टोह ली, तो आरोपी के अपने दोस्तों के साथ गुरुवार को कटिबोर में माही नदी के पेटे में पार्टी कर होने की इत्तला मिली। पुलिस के छह जवानों ने उनकी घेराबंदी की। इसी बीच आरोपियों ने पुलिस दल पर हमला कर दिया। एक आरोपी के काटने से हैड कांस्टेबल की दायीं कोहनी के पास घाव हो गया। पथराव कर भागते आरोपियों में से दो को जैसे-तैसे जवानों ने पकड़ा। फिर हैड कांस्टेबल की रिपोर्ट पर भूंगड़ा थाने में केस दर्ज किया।