scriptबालिकाओं ने रखे विचार, घर-परिवार जैसा मिल रहा प्यार | banswara news,banswara hindi news | Patrika News
बांसवाड़ा

बालिकाओं ने रखे विचार, घर-परिवार जैसा मिल रहा प्यार

बांसवाड़ा. आश्रय सेवा संस्थान की ओर से मां उमा बालिका गृह में बेटी की आवाज, मां का हक कार्यक्रम रविवार को हुआ। जिसमें नौ काउंसलरों ने बालिकाओं के मन की बातें जानी। इस दौरान बालिकाओं ने खुलकर विचार व्यऊ किए।

बांसवाड़ाDec 15, 2019 / 08:06 pm

Varun Bhatt

,

बालिकाओं ने रखे विचार, घर-परिवार जैसा मिल रहा प्यार,बालिकाओं ने रखे विचार, घर-परिवार जैसा मिल रहा प्यार

बालिकाओं ने खुलकर रखे विचार, घर-परिवार जैसा मिल रहा प्यार

नौ महिला काउंसलर ने जानी बालिकाओं के मन की बात
बांसवाड़ा. आश्रय सेवा संस्थान की ओर से मां उमा बालिका गृह में बेटी की आवाज, मां का हक कार्यक्रम रविवार को हुआ। जिसमें नौ काउंसलरों ने बालिकाओं के मन की बातें जानी। इस दौरान बालिकाओं ने खुलकर विचार व्यऊ किए।
बाल कल्याण संरक्षण समिति सदस्य श्यामा कुंवर ने कहा कि मां उमा निराश्रित बालिका गृह की पारदर्शिता की यह अच्छी पहल है। इसमें अलग-अलग विभागों की 9 महिला काउंसलर शामिल हुई। काउंसलिंग के दौरान गृह का कोई भी सदस्य, कर्मचारी मौजूद नहीं रहा। इस दौरान बालिकाओं को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली। इस पर बेटियों व्यवस्था को बेहतर बताया। संस्थापक सचिव नरोत्तम पंड्या ने कहा कि संभवतया प्रदेश में पहली बार किसी बालिका गृह ने पहल कर नौ अलग-अलग महिला काउंसलरों को बुला बालिका गृह में आवासित 40 बालिकाओं को दी जाने वाली सभी व्यवस्थाओं पर गहन जांच एवं काउंसलिंग कराई गई है। विधिक चेतना कमेठी सदस्य मधुलिका गुप्ता ने बताया कि काउंसलिंग को 5 भागों में बांटा गया। जिसमें शिक्षा और प्रशिक्षण में प्रधानाध्यापक ख़ुशलता भट्ट, माही वीरा केंद्र अध्यक्ष भुवनेश्वरी मालोत, व्यवहार और आचरण ग्रुप में गाइडर एवं वरिष्ठ अध्यापिका दक्षा उपाध्याय, महिला पुलिस रहन-सहन खान-पान ग्रुप में तनुजा राव, महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र ग्रुप में रितु चौहान, बाल कल्याण समिति स्वास्थ्य गु्रप में डॉ. रागिनी शाह चिकित्सा अधिकारी, उड़ान सेवा संस्थान अध्यक्ष रोजी केडिया एवं अन्य समस्याओं को लेकर बाल कल्याण संरक्षण समिति सदस्य श्यामा कुंवर ने बालिकाओं की काउंसलिंग की। तनुजा राव महिला पुलिस ने बालिका गृह की व्यवस्थाओं की सराहना की। बिना मां बाप की 19 वर्षीय बेटी को कुछ रिश्तेदार रख नहीं पा रहे थे, उसे बालिका गृह में नौकरी देकर सरहानीय कार्य किया है। कार्यक्रम का संचालन विजेता पंचाल, शिला पंचाल, गीता देवी ने किया। नरोत्तम पंड्या एवं नारायण चरपोटा ने सभी का स्वागत किया।

Home / Banswara / बालिकाओं ने रखे विचार, घर-परिवार जैसा मिल रहा प्यार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो