थाना प्रभारी गजवीरसिंह ने बताया कि गोरछा आर्यापाड़ा निवासी गोतिया (90) पुत्र मईला ने रमेशचन्द्र पुत्र प्रभु अहारी के खिलाफ धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। रिपोर्ट अनुसार आरोपी गोतिया के परिवार का ही सदस्य है, और वह बीसी बैक मित्र है। इसके चलते वह बीसी का कार्य भूंगड़ा में करता है। आरोपी ने गोतिया से कहा कि वह उसकी पेंशन चालू करवा देगा। जमीन संबंधी व अन्य दस्तावेज अपने साथ लेकर चलने पड़ेंगे। साथ ही कहा कि फोटो भी खिचवाने पड़ेंगे। इस तरह आरोपी बुजुर्ग गोतिया को बैंक ले गया और वहां बैंक से कृषि ऋण करीब तीन लाख 25 हजार रुपए स्वीकृत करावाकर 12 अक्टूबर 2018 में हड़प लिए।
इसके बाद आरोपी रमेश ने गोतिया को यह विश्वास भी दिलाया कि उसकी अब पेंशन आने लग जाएगी। कई दिनों बाद जब पेंशन नहीं आई तो गोतिया बैंक पहुंचा और पड़ताल की तो शाखा प्रबंधक ने बताया कि उसने कृषि भूमि पर ऋण ले रखा है। इस पर बुजुर्ग के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। बुजुर्ग ने बैंक कार्मिकों को बताया कि उसकी ओर से किसी प्रकार का ऋण नहीं लिया गया है।
नहीं मानी किसी की बात पुलिस के अनुसार बुजुर्ग को इस धोखाधड़ी का पता लगा तो उसने गांव में पंचों को एकत्रित किया। इस पर आरोपी ने वहां गांव में पंचों के समक्ष भी गाली गलौज कर दी। इसके बाद पंचों को वहां से उठा दिया और उनकी बात भी मानने को तैयार नहीं हुआ।