जैसी दुकान, वैसा शुल्क
स्वच्छता अभियान के नाम पर घर-घर कचरा संग्रहण की एवज में दुकानदारों से मंगलवार को यूजर्स चार्जेज के रूप में अलग-अलग राशि की रसीद काटी गई। किसी से 200 रुपए लिए गए तो किसी से 500 और 1500 रुपए तक वसूले गए। दुकानदारों का कहना है कि जब वह स्वयं सफाई कार्य को अंजाम दे रहे हैं तो उनसे हर माह इतनी राशि वसूलने का क्या औचित्य और वह भी बिना सफाई किए। मामले के तूल पकडऩे पर व्यापारियों ने बीसीसीआई (बांसवाड़ा चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज) अध्यक्ष सुनील दोसी से सम्पर्क किया एवं इसके बारे में अवगत कराया।
स्वच्छता अभियान के नाम पर घर-घर कचरा संग्रहण की एवज में दुकानदारों से मंगलवार को यूजर्स चार्जेज के रूप में अलग-अलग राशि की रसीद काटी गई। किसी से 200 रुपए लिए गए तो किसी से 500 और 1500 रुपए तक वसूले गए। दुकानदारों का कहना है कि जब वह स्वयं सफाई कार्य को अंजाम दे रहे हैं तो उनसे हर माह इतनी राशि वसूलने का क्या औचित्य और वह भी बिना सफाई किए। मामले के तूल पकडऩे पर व्यापारियों ने बीसीसीआई (बांसवाड़ा चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज) अध्यक्ष सुनील दोसी से सम्पर्क किया एवं इसके बारे में अवगत कराया।
इस पर दोसी ने सभी दुकानदारों के नाम सर्कुलर जारी कर जब तक शहर में सफाई व्यवस्था सही तरीके से नहीं हो पाती तब तक किसी तरह का शुल्क नहीं देने को कहा है। वहीं आयुक्त नगर परिषद उपसभापति एवं अभियान के ब्राण्ड एम्बेसेडर महावीर बोहरा ने बताया कि यह शुल्क राज्य सरकार की ओर से तय है एवं प्रत्येक दुकानदार से कचरा संग्रहण के लिए युजर्स चार्जेज के रूप में लिया जा रहा है जिससे शहर में सफाई व्यवस्था बनी रहे। हर तरह के दुकानदार के लिए अलग-अलग राशि निर्धारित है।