इसके अलावा यहां सोनोग्राफी भी जनता कफ्र्यू लगने के बाद लॉकडाउन के चलते सोनोग्राफी भी केवल भर्ती रोगियों की ही करते हुए आउटडोर के बीमारों को इनकार किया जा रहा है। बहुत जरूरी होने पर ही यहां पीएमओ स्तर से मार्र्किंग पर सोनोग्राफी हो रही है, जबकि आम दिनों में यहां 40-50 रोगियों की सोनोग्राफी होती है। अस्पताल रेकार्ड के अनुसार 22 मार्च से 30 मार्च तक यहां 72 गर्भवती महिलाओं सहित कुल 115 रोगियों यानी 12-12 जनों की सोनोग्राफी ही रोज हुई है। ऐसे में आउडटोर के रोगी बाहर निजी सेंटरों पर सोनोग्राफी करवाने जाने को विवश हैं। पीएमओ डॉ. नंदलाल चरपोटा ने कहा कि सीटी स्केन मशीन खराब होने की जानकारी से दो दिन से प्रयास कर रहे हैं। कार्ड उपलब्ध होते ही मंगवाएंगे। अभी आउटडोर काफी काफी कम है, लिहाजा सोनोग्राफी भर्ती रोगियों की ही हो रही है। व्यवस्था के लिहाज से ऐसा किया है, लेकिन बहुत जरूरी पर पूरी तरह इनकार नहीं है।