शव गांव में पहुंचने पर विवाद के अंदेशे के चलते रूपा पहले पुलिस के पास गई, लेकिन वहां से संतोषपूर्ण जवाब नहीं मिला। तब वह पिता के शव को थाने के पास ही सडक़ किनारे लेकर बैठ गई। करीब पांच घंटे तक शव वहीं पड़ा रहा। इसके बाद डीएसपी, सीआई एवं तहसीलदार, सरपंच सहित अन्य लोगों ने ग्रामीणों को थाने बुलाया और फिर घंटों तक समझाइश की। इसके बाद ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार गांव में करवाने के लिए तैयार हुए। रात करीब नौ बजे बुजुर्ग का अंतिम संस्कार कुंडा में किया जा सका।