सज्जनगढ़ क्षेत्र में ही आंगनवाड़ी केंद्र के ठीक बगल में बाल विवाह सम्पन्न कराया जा रहा था। लेकिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगी या सहायिका ने विभाग को सूचना देना भी जरूरी नहीं समझा। अन्यत्र से सूचना मिलने के बाद दल मंौके पर पहुंचा और बाल विवाह रुकवाया।
जिले में वर्तमान समय में 2064 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यरत हैं। जिसमें 132 कार्यकर्ताएं मिनी सेंटर पर कार्यरत हैं। इसके अलावा 1899 आशा सहयोगी, 1917 सहायिकाएं कार्य कर रही हैं। यानी की एक आंगनवाड़ी केंद्र पर आंनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही आशा सहयोगी और सहायिका कार्य करती हैं, जिले में जिनकी कुल संख्या 5934 हैं। इसके बाद भी दुर्भाग्य की बात है कि इन कार्मिकों के द्वारा विभाग को बाल विवाह की सूचना तक नहीं मिलती है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सूचना देने में डरते हैं। कार्रवाई के बाद ग्रामीण इन्हें परेशान करते है। इसलिए कार्मिक सूचना देने में कतराते हैं। पूर्व में कुछ एक घटनाएं भी हो चुकी हैं।
रेखा दशोरा, कार्यवाहक, उप निदेशक, महिला एवं बाल विकास विभाग