6 वर्षों में कम हुए तम्बाकू प्रेमी इन मौतों के आंकड़ों के बाद भी चिकित्सका विभाग इसी से संतुष्ट है कि छह वर्षों में तम्बाकू सेवन करने वालों की संख्या में कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2009-10 और वर्ष 2016-17 में डब्ल्यूएचओ और केंद्र सरकार की ओर से ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे कराया गया। सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक तम्बाकू का सेवन करने वालों में 7.6 फीसदी, धूम्रपान करने वालों की संख्या में 5.6 फीसदी और बिना धूम्रपान के तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वालों में 4.8 फीसदी की कमी हुई है।
विभाग के अथक प्रयास जिले में आमजन को तम्बाकू उत्पाद से होने वाले नुकसान से सचेत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से अथक प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत सोमवार को विभाग की ओर से प्रेसवार्ता आयोजित की गई, जिसमें विभाग के आला अधिकारियों ने तम्बाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले नुकसान से अवगत कराया। साथ ही प्रदेश और देश में होने वाली मौतों की जानकारी भी दी। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. रमेश शर्मा ने बताया कि सभी ब्लॉक में विभिन्न गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को तम्बाकू से होने वाले नुकसान से अवगत कराया जा सके। इस दौरान सीएमएचओ डॉ. हीरालाल ताबियार, डॉ. केजी टेलर और सरवन सैनी उपस्थित रहे।
रोजाना तीन करोड़ का कारोबार यदि सभी तम्बाकू उत्पादों को शामिल कर लिया जाए तो पूरे बांसवाड़ा जिले में रोजाना लगभग तीन करोड़ रुपए के तम्बाकू उत्पाद की बिक्री होती है। इसमें बीड़ी, सिगरेट, गुटखा एवं तम्बाकू सहित सभी तम्बाकू उत्पाद शामिल हैं।
शंभूलाल हिरण, अध्यक्ष चैंबर ऑफ कॉमर्स
तम्बाकू सेवन से होने वाली मौतें स्थान – मौतें रोजाना
प्रदेश -136
देश – 2740
स्थान – मौतें वर्ष में
प्रदेश – 50 हजार
देश – 10 लाख
(चिकित्सक विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार )