अरथूना थाना प्रभारी गेहरी लाल गुर्जर ने बताया कि आरोपियों किशन पुत्र भूरा डाबी एवं उसके भाई सुरेश डाबी ने हाथ में लगे केमिकल के बारे में पहले तो कहा कि होली पर पूड़ी बनाते समय गर्म तेल लगने से उनके हाथ जले हैं, लेकिन जब पुलिस ने दोनों के घावों को मिलान किया तो एक जैसे निशान थे। इससे पुलिस का शक पक्का हो गया था। आरोपियों ने वारदात हाथों में दस्ताने पहनकर को अंजाम दिया था। इसके बाद छीना झपटी में केमिकल उनके हाथों पर लग गया था। आरोपियों ने वारदात के बाद अपने कपडे और दस्तानों को घर के पीछे कचरे के साथ जला दिया था। इसके बाद आरोपी ग्रामीणों के साथ रहने लगे थे।
दोनों आरोपी रिमांड पर
पुलिस के अनुसार जौलाना निवासी शांति पत्नी मनजी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पड़ोसी किशन एवं उसके भाई भूरा को सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें दो दिन के लिए पुलिस अभिरक्षा में भेजने के आदेश हुए हैं। दोनों आरोपियों ने टोने टोटके करने के अंधविश्वास से खफा होकर शांति को मौत के घाट उतार दिया था। आरोपी यह शंका करते थे कि शांति उनके परिवार पर टोटके करवा रही है।