एफआईआर के अनुसार परिवादी मुकेश का प्रधानमंत्री आवासा योजना के लाभान्वितों की वरिष्ठ सूची में क्रमांक 468 है। योजना में उसे एक लाख 48 हजार रुपए आवंटित हुए। इस राशि से नया आवास बनाना था, लेकिन अधिकारियों ने मिलीभगत कर मकान को पूर्ण बताते हुए उसकी राशि हड़प ली। आरोपियों ने पहले तो अधूरे मकान को पूर्ण बता दिया और 12 फरवरी को किसी अन्य टूटे हुए मकान का फोटो अपलोड किया। फिर 27 फरवरी को कार्य पूर्ण होने की रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड कर दी और जो मकान पूर्ण बताया, वह किसी और का था। इसके बाद आरोपियों ने किसी अन्य युवक के खाते का नंबर देकर आवास योजना की किश्तें डलवा दी और राशि निकालकर हड़प ली। पीडि़त को इसकी खबर तक नहीं लगी।