थाना प्रभारी गजेन्द्र सिंह ने बताया आरोपी तय योजना के अनुसार मृतक ओड़ा काजलियापाड़ा निवासी सोमजी (46) पुत्र रामजी भाबोर को अपने साथ लेकर आए। डडूका-झड़स मार्ग स्थित जंगल क्षेत्र आते ही आरोपी एक साथ उस पर टूट पड़े। इस पर सोमजी घबराकर भागने लगा, लेकिन आरोपी कमजी ने पत्थर मारकर उसे नीचे गिरा दिया। इसके बाद तीनों आरोपी उसके सीने पर बैठ गए और तोलिये से उसका गला घोंट दिया। इसके बाद पत्थरों से सिर कुलच दिया। इतना ही नहीं आरोंपियों ने उसके कानों की बालियां तथा घड़ी भी निकाल ली। इसके बाद आरोपी वापस अरथूना आए और वहां से अपने अपने गन्तव्य की ओर चले गए।
कमजी के साथ जीवन गुजरने की इच्छा थी
सीआई गजेन्द्र सिंह ने बताया कि सोमजी के साथ सीता के तीन चार वर्षों से अवैध संबंध थे, लेकिन सालभर उसके संबंध कमजी के साथ बन गए। क्योंकि कमजी के कोई संतान नहीं थी। इसलिए सीता अपना भविष्य कमजी के साथ सुरक्षित महसूस कर रही थी। इसके अलावा सीता कमजी से संतान की इच्छा भी रखती थी। कमजी के जब सीता से संबंध बने तो सोमजी उस पर नजर रखता था। जो सीता को नागवार लगा। इससे सीता ने अपने नए प्रेमी कमजी के साथ मिलकर हत्याकांड की योजना बनाई।