ठगी की जिले में यह पहली वारदात नहीं है। इससे पहले भी वारदातें हुई हंै। इसके बावजूद पुलिस किसी तरह की कार्रवाई कर पाई है। अकेले कोतवाली थाना इलाके में ही एक दर्जन ठगी की वारदातें दर्ज हैं। पुलिस ने आज तक इस तरह के एक भी प्रकरण में अनुसंधान नहीं किया है। पीडि़त पुलिस के चक्कर पर चक्कर काटते थक जाते हैं, लेकिन पुलिस कुछ भी नहीं करती है।
सबसे ज्यादा ऑनलाइन ठगी की वारदातें हुई हैं। इनमें भी बैंक का फर्जी प्रतिनिधि बनकर ठगी की संख्या हैं। जबकि बैंक कभी भी अपने उपभोक्ता को सीधा फोन नहीं करता हैं।
एक्सिस बैंक मैनेजर ने कहा कि हमारी ओर से संबंधित अकाउंट नम्बर की जांच की गई है, जो कि झारखण्ड का है। बैंक टीम का सदस्य बताकर किया गया मैसेज ठीक नहीं है। हमारी बैंक में ऐसी कोई योजना नहीं है। इस मामले की जानकारी मुख्यालय को दी है। अकाउंट होल्डर आदि से जांच व अन्य प्रक्रिया पूरी की जाएगी, जिससे ग्राहक ठगी का शिकार न हों।
बांसवाड़ा. इधर, नामी बैंक के नाम से फर्जी कॉल एवं सोशियल मीडिया पर मैसेज कर लोगों से ठगी की जुगत चल रही है। शहर में ग्राहकों तक ऐसे मैसेज पहुंच रहे हैंं और उपभोक्ताओं से 15 हजार 200 रुपए एक अकाउंट में जमा करवाने को कहा जा रहा है। बैंक की ओर से की गई पड़ताल में यह फर्जी पाया गया है। डिजिटल बैंकिंग सीएसपी टीम की ओर से ग्राहकों तक पहुंच रहे मैसेज में बताया गया है आपके सभी प्रमाणपत्र एवं क्षेत्र इत्यादि प्रमाणित कर लिए गए हैं। फोन पर हुई बात अनुसार आप वीएलई सर्विसिंग चार्ज के रूप में 15200 रुपए बताए गए अकाउंट नम्बर में जमा करावाए। इसके लिए नेफ््ट, आरटीजीएस या फिर नकद राशि भी जमा करवाई जा सकती है। इसके साथ ही नीचे अकाउंट नम्बर, आईएफएससी कोड आदि भी अंकित किया गया है। साथ ही राशि जमा होने पर वेलकम किट देने का बताया गया है।