बाइक सवारों को चपेट में लेकर यात्रियों से भरी बस भी पलटी, दो युवकों की दर्दनाक मौत, मचा हाहाकार इसके बाद पुलिस ने महात्मा गांधी चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवाया कर शव परिजनों को सौंपा। पुलिस ने पीहर पक्ष की रिपोर्ट पर आरोपी मृतका के पति मानशंकर एवं ससुर रामलाल के खिलाफ हत्या की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार कानड़ा निवासी मानशंकर पुत्र रामलाल की शादी करीब तीन वर्ष पूर्व भगोरों का खेड़ा रूपारेल चारेल निवासी बबली पुत्री देवजी के साथ हुई। कई बार घर में विवाद हुआ। विवाद बढ़ा तो मार्च में मानशंकर ने बबली के साथ मारपीट कर दी। इस परतैश में आकर बबली पीहर चली गई।
करीब एक माह से अधिक समय तक बबली के पीहर में रहने के बाद ससुराल पक्ष ने बबली को वापस भेजने की मांग रखी, लेकिन बबली ने ससुराल जाने से इनकार कर दिया। इस बात को लेकर 28 अप्रेल 2019 को दोनों पक्षों में भांजगड़ा हुआ है। इस भांजगड़े में बीच स्टाम्प पर लिखा पढ़ी हुई जिसमें मानशंकर से किसी प्रकार का विवाद नहीं होने पर सहमति बनी। पंचों ने यह भी तय किया कि अगर कोई विवाद करता है तो उसे दण्डित किया जाएगा। भांजगड़े की इन शर्तों के साथ ही 51 हजार का जुर्माना भी लगाया गया। भांजगडा तय होने एवं शर्तों के स्टाम्प पर गांव के कई लोगों ने हस्ताक्षर भी किए।
बांसवाड़ा में भोपों के ढोंग की खुली पोल : हैण्डपंप का पानी शरीर पर छिडक़ा, धागा बांधा और उतर गया कोबरा सांप का जहर दूसरे दिन पीएम के बाद सौंपा शवइस घटनाक्रम के तीन माह बाद सोमवार देर शाम बबली का शव अपने ही घर में फंदे से लटका हुआ मिला। मंगलवार की सुबह पीहर पक्ष ने आक्रोश व्यक्त किया और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग रखी। इसके चलते काफी देर तक हंगामे एवं शोर शराबे की स्थिति बनी रही।
भांजगड़ा पर नहीं पुलिस सख्त
भांजगड़े के मामलों को लेकर जिले में पुलिस सख्त नहीं हैं। थाने में भांजगड़ चलने के मामले को लेकर पूर्व में दानपुर थाना प्रभारी को हटाया जा चुका है। इसके बाद कलिंजरा थाने में एक प्रकरण भी दर्ज हो चुका हैं। ताजा मामला खमेरा थाना इलाके में सामने आया हैं, जहां लंबें समय तक भांगजड़ा चलने के बाद भी पुलिस को इसकी खबर तक नहीं लगी। नतीजा यह हुआ कि विवाहिता की मौत हो गई। उच्चाधिकारियों की ओर से अभी किसी प्रकार का कदम नहीं उठाया है।