जिले में खरीफ की प्रमुख फसल मक्का की बुवाई पूरी हो चुकी है। इसके अलावा सोयाबीन, अरहर, कपास आदि की बुवाई भी लक्ष्यानुरूप हो चुकी है। चावल की बुवाई करीब 15 हजार हैक्टैयर में पर्याप्त बारिश के अभाव में नहीं हुई है। अब फसलों को बारिश का इंतजार है। आने वाले तीन-चार दिनों भरपूर बारिश नहीं हुई तो फसलों को नुकसान संभव है। विशेष रूप से बांसवाड़ा, अरथूना, सज्जगढ़ और शेरगढ़ इलाकों में फसलें सूखने की आशंका है। इस संबंध में कृषि उप निदेशक विस्तार भूरालाल पाटीदार ने कहा कि वर्तमान में फसलों की स्थिति क्रिटिकल है। आने वाले दिनों में बारिश के अभाव में फसलों को नूकसान हो सकता है। इसे लेकर किसान चिंतित है और उम्मीद भी जता रहे है।
बांसवाड़ा 173 मिमी
केसरपुरा 218 मिमी
दानपुर 202 मिमी
घाटोल 356 मिमी
भूंगड़ा 256 मिमी
जगपुरा 218 मिमी
गढ़ी 250 मिमी
लोहारिया 239 मिमी
अरथूना 172 मिमी
बागीदौरा 264 मिमी
शेरगढ़ 136 मिमी
सल्लोपाट 217 मिमी
कुशलगढ़ 299 मिमी
सज्जनगढ़ 175 मिमी
कुल 3175 मिमी
औसत 226.79 मिमी