गुरुवार दोपहर जब पत्रिका टीम ने सुरक्षा की पड़ताल की तो हालात बदतर मिले। बांध के गेट के निकट व गैलरी तक लोग घूमते नजर आए। यहां एक भी चौकीदार तैनात नहीं था। बांध के मुख्य गेट पर भी चौकीदार नदारद मिला। गेट खोल लोगों का आना-जाना बरकरार था। बांध के पास बनी चौकी में एक जवान तैनात था। किसी ने डेम को नुकसान पहुंचाया तो इस स्थिति में आए सैलाब को कोई रोक नहीं पाएगा।
घूमने वालों से जब अन्दर जाने की बात की तो उन्होंने बताया कि कोई नहीं रोकता। हम तो सभी जगह घूम रहे हैं। एेसे में बांध को कोई नुकसान पहुंचा जाए, तो जिम्मेदार कौन होगा? यही नजारा बांध के पीछे वाले गेट का भी मिला।
माही बांध के मुख्य गेट और इसके अलावा दो अन्य गेटों में न तो सीसीटीवी कैमरा भी खराब होने की स्थिति में है। बांध के ऊपर लगे दो कैमरा काम कर रहे हैं।
एसई जीतेंद्र वर्मा का कहना है कि वैसे तो हमेशा गेट बंद ही रहते हैं। संभवता कोई निरीक्षण के लिए गया होगा। इस कारण गेट खुले होंगे। डेम के ओवरफ्लो होने पर सुरक्षा के लिए गेटों पर पुलिसकर्मी भी तैनात करा दिया जाएगा। वैसे सुरक्षा के लिए वहां पुलिस चौकी भी है।