scriptVideo- मंत्री का मानना- सिर्फ पढ़े-लिखे लोग कराते हैं लिंग परीक्षण | Only educated people are choosing gender test | Patrika News

Video- मंत्री का मानना- सिर्फ पढ़े-लिखे लोग कराते हैं लिंग परीक्षण

locationबांसवाड़ाPublished: Apr 10, 2016 11:28:00 pm

Submitted by:

Ashish vajpayee

 बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के लिए रविवार को हरिदेव जोशी रंगमंच सभागार में हुए आयोजन में जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने लिंग परीक्षण के लिए बुद्धिजीवी व युवा वर्ग को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण वर्ग आज भी इनसे अनभिज्ञ है। लिंग परीक्षण का मतलब बुद्धिजीवी वर्ग ही समझता है। मुख्य […]

Only educated people are choosing gender test

Only educated people are choosing gender test

 बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं अभियान के लिए रविवार को हरिदेव जोशी रंगमंच सभागार में हुए आयोजन में जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने लिंग परीक्षण के लिए बुद्धिजीवी व युवा वर्ग को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण वर्ग आज भी इनसे अनभिज्ञ है। लिंग परीक्षण का मतलब बुद्धिजीवी वर्ग ही समझता है। मुख्य अतिथि जिले के प्रभारी मंत्री जीतमल खांट ने कहा कि सर्वाधिक लिंग परीक्षण पढ़ा लिखा एवं होशियार व्यक्ति करवाता है। गांव के अनपढ़ किसान का संबंध सीधा भगवान से होता है। इसलिए वह एेसा काम नहीं करता। आज से सवा सौ साल पहले गोविन्द गुरु ने भक्ति का शंखनाद करते हुए आदिवासियों को भक्त परंपरा का संकल्प दिलाया। इसमें बेटी मारने एवं दहेज लेने को पाप बताया। साथ ही भक्त परंपरा में यदि किसी ने भू्रण हत्या करा दिया तो समाज आज भी उसके घर का पानी तक नहीं पीता।
सभ्य समाज में हो बेटी बचाने की चिंता

बांसवाड़ा विधायक धनसिंह रावत ने कहा कि गांव के लोग जग रहे हैं और बेटियों को पढ़ा भी रहे हैं, लेकिन बेटी बचाने की चिंता सभ्य समाज में होनी चाहिए। ग्रामीण अचंल में एेसा नहीं होता है। लिंग परीक्षण पढ़े लिखे ही करवाते हैं और वे ही इसका मतलब समझते हैं। इसलिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सबसे ज्यादा संदेश भी उसी वर्ग तक जाना चाहिए।
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