जानकारों के अनुसार प्रोटीन मांसपेशियों की वृद्धि करने का काम करता है। पर्याप्त प्रोटीन का सेवन किए बगैर जिम में कई घंटे बिताने के बाद भी पहलवानों के शरीर में वे परिणाम नहीं आते हैं, जिनको वे देखना चाहते हैं। ऐसे में शरीर को आकर्षक बनाने के लिए प्रोटीन महत्वपूर्ण बताया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार जिम में व्यायाम के दौरान मांसपेशियों की प्रोटीन टूट जाती है। ऐसे में मांसपेशियों को दुरुस्त करने के लिए और बढ़ाने के लिए प्रोटीन बहुत सहायक होता है।
इधर, जानकारों के अनुसार यह जरूरी नहीं है कि हैल्थ स्टोर पर उपलब्ध हर चीज स्वास्थ्यप्रद हो, किसी भी तरह के प्रोटीन या न्यूट्रीशन सप्लीमेंट लेने से पहले पैक पर लगे लेबल में दी गई सूचनाओं को पढ़ लेना चाहिए। बहुत अच्छे व प्रतिष्ठित ब्रांड के पाउडर में भी ऐसे पदार्थ मिले होते हैं जो हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए अपने शरीर को स्वस्थ और मांसपेशियों को सुगठित बनाए रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज जरूर करें, लेकिन ध्यान रखें कि आपके प्रोटीन पाउडर और सप्लीमेंट में वे हानिकारक पदार्थ न हों जिनके सेफ होने के बारे में जानकारी नहीं है।
ड्रग एडवाइजरी बोर्ड के अनुसार भारत सरकार की ओर से कुछ चुनिंदा सप्लीमेंट्स को ही बाजार में बेचने का अधिकार दिया हुआ है। इसके अलावा सप्लीमेंट पर प्रतिबंध है। जानकारों के अनुसार अगर सप्लीमेंट्स कोई उपयोग कर रहा है तो उससे पहले ब्लड टेस्ट, हार्ड टेस्ट एवं अन्य टेस्ट करवाने के बाद ही उपयोग करना चाहिए।
एडीएम हिम्मत सिंह बारहठ का कहना था कि प्रतिबंधित बीफ प्रोटीन बिक्री के मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। ऐसे स्थानों का निरीक्षण भी करवाया जाएगा। चार तरह के सप्लीमेंट्स
वेट गेनर सप्लीमेंट्स
प्रोटीन शेक्स
एनाबोलिक स्टेरॉयड
वेट लूज सप्लीमेंट्स।