संस्था निदेशक परेश पण्ड्या ने बताया कि ये २५ बच्चे रोजाना वाहनों से स्वंय स्कूल आते थे। प्रबंधन से बातचचीत में इन्होंने बस में स्कूल आने की मंशा जताई। इस पर इन्हें बस सुविधा उपलब्ध करादी गई। इसके
बाद ये बस मे बैठकर स्कूल पहुंचे।
गनोड़ा घाटोल. अभियान के तहत गुरुवार को उदाजी का गढ़ा के सरस्वती विद्या मंंिदर में कार्यशाला हुई, जिसमें तकरीबन एक हजार बच्चों ने बालिग होने से पहले वाहन न चलाने की शपथ ली। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि खमेरा थाना प्रभारी छगनलाल पुरोहित ने विद्यार्थियों को यातायात के नियमों से अवगत कराया। इस दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों ने यातायात नियमों को लेकर मुख्य अतिथि से ढेरों प्रश्न पूछे। जिनका थानाधिकारी पुरोहित ने पूरी तन्मयता से उत्तर दिया। तकरीबन एक घंटे तक बच्चों को वाहन की बजाय साइकिल चलाने के लिए मुख्य अतिथि ने प्रेरित किया। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए संस्था निदेशक महेन्द्र राजपुरोहित ने बच्चों की सुरक्षा के लिए चलाए जा रहे अभियान की सराहना की और बच्चों को विद्यालय में दुपहिया वाहन न लाने के लिए पाबंद किया। कार्यशाला चेयरमैन रामवतार पारीक के विशिष्ट आतिथ्य में हुई। इस दौरान संस्था के वेणी प्रसाद जोशी, सावन पाली सहित विद्यालय के शिक्षक उपस्थित रहे।
कुशलगढ़. राजस्थान पत्रिका अभियान से प्रेरित होकर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में संस्था प्रधान कल्याणमल मईड़ा की अध्यक्षता एवं थानाधिकारी रामेश्वरलाल चौहान के मुख्य आतिथ्य में कार्यशाला हुई। कम उम्र में वाहनों ने चलाने के लिए बच्चों को प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि ने बच्चों व अभिभावको को यातायात नियमों, मोटर वाहन अधिनियम के बारे में विस्तार से बताया तथा बालिग होने तक वाहन न चलाने की नसीहत दी। साथ ही बालिग होने के बाद दुपहिया वाहन चलाने के दौरान हेलमेट का उपयोग आवश्यक रूप से करने की बात कही। साथ ही पत्रिका द्वारा चलाएं जा रहे अभियान की प्रंशसा की कार्यशाला में उपस्थित 75 से अधिक छात्र-छात्राओं को बालिग होने तक वाहन न चलाने की शपथ दिलाई। इस दौरान हरीशचन्द्र जानी, कृष्णानंदन बैरागी, अजय निगम, विनोद गुप्ता,चन्द्रशेखर शर्मा, ट्राफीक इन्जार्च अब्दुल रहमान, सहित विद्यालय स्टॉफ व अभिभावक मौजूद थे। संचालन अजय निगम ने किया।