scriptVideo : विरोध प्रदर्शन : सडक़ों के गड्ढ़ों को वाटर पार्क बताकर लिया नहाने का आनंद, नगर परिषद और जिला प्रशासन को इस सौगात के लिए दिया धन्यवाद | protest against poor road conditions | Patrika News
बांसवाड़ा

Video : विरोध प्रदर्शन : सडक़ों के गड्ढ़ों को वाटर पार्क बताकर लिया नहाने का आनंद, नगर परिषद और जिला प्रशासन को इस सौगात के लिए दिया धन्यवाद

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बांसवाड़ाSep 09, 2018 / 01:33 pm

Ashish vajpayee

banswara

Video : विरोध प्रदर्शन : सडक़ों के गड्ढ़ों को वाटर पार्क बताकर लिया नहाने का आनंद, नगर परिषद और जिला प्रशासन को इस सौगात के लिए दिया धन्यवाद

बांसवाड़ा. शहर की सडक़े अब किसी परिचय की मोहताज नहीं रह गई है। वहीं देखा जाए तो शहर में सडक़ें ही नहीं रह गई है। जगह जगह सडक़ों पर बड़े बड़े घाव लगे पड़े है। मुख्यमंत्री की गौरव यात्रा के दौरान अपनी लापरवाही छुपाते हुए नगर परिषद और जिला प्रशासन ने रातों रात पेचवर्क तो करवा दिया था लेकिन घटिया पेचवर्क एक ही बारिश में धुल गया। साथ ही सडक़ों की हालत बद से बदतर हो गई है। लेकिन नगर परिषद और प्रशासन तो जैसे कुंभकरण की नींद में सोया हुआ है। शायद कोई बड़ा हादसा ही इन्हें नींद से जगा सके।
गड्ढों को बताया वाटर पार्क, किया स्नान
जिले की बदहालत पर समस्या समाधान ग्रुप की ओर से हर रोज अनौखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। रविवार को समस्या समाधान ग्रुप के सदस्यों ने दाहोद रोड पर नाथेलाव तालाब के पास में सडक़ों की दुर्दशा पर विरोध जताया। सदस्यों ने आसपास की जनता से उनकी समस्याएं जानी और नारेबाजी की। इस दौरान दाहोद मार्ग की खस्ताहाल हालत को देखकर लोगों ने सडक़ों के बीच बने बड़े बड़े गड्ढों में भरे पानी में स्नान किया। सदस्यों ने कहा कि ‘बांसवाड़ा नगर के निवासियों को अब कहीं भी आनंद लेने के लिए दूर जाने की जरूरत नहीं है कडेलिया, जुआफाल आदि बहुत दूर पड़ते है इस को ध्यान में रखते हुए नगर परिषद और नगर प्रशासन ने शहर के बीचोबीच वाटर पार्क बनाकर शहरवासियों को बहुत बड़ी सौगात दी इसके लिए नगर परिषद और जिला प्रशासन को भी बहुत-बहुत साधुवाद।’
जानलेवा होते जा रहे गड्ढे
शहर की सभी सडक़ों की हालत खराब है। वहीं दाहोद रोड की हालत तो देखे नहीं जाती। सडक़ों पर 4-4 फीट के जानलेवा गड्ढे बन गए है। बारिश के दिनों में इनमें पानी भर जाने से वाहन चालक को गड्ढे का अंदाजा भी नहीं लगता है। खस्ताहाल सडक़ें हादसों को न्यौता दे रही है। लेकिन सुनने वाला कोई नहीं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने गौरव यात्रा के दौरान करीब 15 करोड़ रुपए सडक़ों के लिए स्वीकृत भी किए है।
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