पुलिस व भाजपा प्रत्याशी हकरू मईड़ा के अनुसार विधानसभा चुनाव मतदान के दिन पोलिंग बूथ पर भाजपा कार्यकर्ता कैलाश को धमकी दी थी। इसके बाद शनिवार सुबह करीब आठ बजे आरोपी एकराय होकर हाथों में लट्ठ एवं हथियार लेकर वहां पहुंचे और पूरे परिवार पर हमला बोल दिया,मारपीट की। तब आरोपियों ने रामेश्वर निनामा पुत्र नाथूराम तथा उसके भाई संजय निनामा व संतोष निनामा का अपहरण किया और रस्सी से बांधकर एक वाहन में डालकर अपने साथ ले गए। बाद में उनके साथ मारपीट की।
संजय और संतोष को आरोपियों ने सुरवानिया के पास पटक दिया, लेकिन रामेश्वर को अपने साथ बंधक बनाकर ले गए, जिसका शाम तक कोई सुराग नहीं लगा है। घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची।
इनके खिलाफ प्रकरण दर्ज
सीआई रवीन्द्र सिंह ने बताया कि सदर थाना इलाके के शंकरपुरा मलवासा निवासी कैलाश पुत्र नाथूलाल निनामा ने कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन सिंह बामनिया एवं उनके दो बेटे तपेश व विकास के अलावा सूरता, वीरेन्द्र, विजय पटेल, अशोक बंजारा, कांति बामनिया, विमल, विपिन, हूका, मुकेश मईड़ा, दिनेश, मुकेश पिता नाथू, सोहन, रमण, लाला, प्रभु सहित 50-100 अन्य के खिलाफ एकराय होकर हमला करने एवं बंधक बनाने का आरोप लगाया है।
सीआई रवीन्द्र सिंह ने बताया कि सदर थाना इलाके के शंकरपुरा मलवासा निवासी कैलाश पुत्र नाथूलाल निनामा ने कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुन सिंह बामनिया एवं उनके दो बेटे तपेश व विकास के अलावा सूरता, वीरेन्द्र, विजय पटेल, अशोक बंजारा, कांति बामनिया, विमल, विपिन, हूका, मुकेश मईड़ा, दिनेश, मुकेश पिता नाथू, सोहन, रमण, लाला, प्रभु सहित 50-100 अन्य के खिलाफ एकराय होकर हमला करने एवं बंधक बनाने का आरोप लगाया है।
एसपी को लगाई गुहार
वारदात को लेकर भाजपा प्रत्याशी हकरू मईड़ा, भाजपा नेता भवानी जोशी व ग्रामीण एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत के पास पहुंचे और पूरा वाकया बताया। इसके बाद एसपी के आश्वासन पर ग्रामीण वापस लौटे। घायलों को एमजी में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर मामले को लेकर अर्जुन बामणिया से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन उनसे फोन पर संपर्क नहीं हो पाया।
वारदात को लेकर भाजपा प्रत्याशी हकरू मईड़ा, भाजपा नेता भवानी जोशी व ग्रामीण एकत्रित होकर पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत के पास पहुंचे और पूरा वाकया बताया। इसके बाद एसपी के आश्वासन पर ग्रामीण वापस लौटे। घायलों को एमजी में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर मामले को लेकर अर्जुन बामणिया से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन उनसे फोन पर संपर्क नहीं हो पाया।