– लॉकडाउन के चलते देशभर में कोरोना संक्रमण के फैलने की गति कम रही। लोगों को समझना होगा कि वायरस की चैन तोडऩे के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सबसे ज्यादा जरूरी है। अभी बांसवाड़ा में जांच हुई नहीं है, इसलिए आने वाला वक्त कठिन हो सकता है। हालांकि भारत कोरोना से जरूर जीतेगा। इसके लिए सरकार और प्रशासन को लॉकडाउन जारी रखते हुए व्यापार का समय तय कर देना चाहिए। एक चिकित्सक होने के नाते सेवानिवृत्ति के बाद भी सुबह 9 से 12 बजे तक निशुल्क सेवाएं दे रहा हूं। जरूरत पडऩे पर हर संभव मदद के लिए तैयार हूं।
– डॉ. मुनव्वर हुसैन, डायरेक्टर, तैयब मोटर्स बांसवाड़ा
– दुनियाभर में वैश्विक महामारी से जंग जारी है। हमें देश को कोरोना के साथ ही आर्थिक रूप से भी बचाना होगा। मुस्लिम समुदाय और समाज के हर शख्स ने जरूरतमंदों और गरीबों की खुले हाथों से मदद की है। रमजान माह में जिले के सभी समुदायजनों ने आपसी भाईचारे की मिसाल पेश की है। बांसवाड़ा जिले की दो लाइफ लाइन है। पहली माहीडेम और दूसरी खाड़ी देशों में रोजगाररत यहां के लोग। इन दोनों में से किसी पर भी संकट आए तो तत्काल दूर होना चाहिए। स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और विशेष रूप से कोरोना वॉरियर्स ने सराहनीय काम किया है।
– जाहिद अहमद सिंधी, पार्षद, वार्ड 31 नगर परिषद बांसवाड़ा
– देश-विदेश में फैल चुकी कोरोना वायरस की यह महामारी कोई साधारण बीमारी नहीं है। विशेषज्ञ इसके इलाज की तलाश में हैं, तब तक लोगों को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। सरकार और आम लोगों की तरफ से इससे बचने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। बोहरा समुदाय ने हर समय सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए सहयोग किया है। वहीं जरूरतमंदों की मदद के लिए अग्रणी रहे है। कोरोना के कर्मवीरों को धन्यवाद।
– अब्बास मद्रासी, डायरेक्टर, रॉयल एजेंसी
– वैश्विक महामारी घोषित किए जा चुके कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन और सभी लॉकडाउन का मुस्लिम समुदायजनों ने पालन किया है। मस्जिदों की बजाय घरों में ही पवित्र माह रमजान में इबादतें की और खुदा से कोरोना प्रकोप से मुक्ति दिलाने की दुआएं की गई। समाज हर कदम पर जरूरतमंदों की मदद के लिए भामाशाह के रूप में सक्रिय रहा है।
– हाजी मो. सिद्दीक बेलीम, अध्यक्ष, मुस्लिम समाज विकास संस्थान
– जिले में कोविड-19 बीमारी की जांच के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं होनी चाहिए। जिससे कम समय में रिपोर्ट मिल पाए और कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के बेहतर उपाय किए जा सकें। लोगों को इस बीमारी को गंभीरता से लेना होगा। लेकिन आमजन घबराएं नहीं इसके लिए जनजागरूकता फैलानी होगी। खाड़ी देशों और विदेशों में कार्यरत वागड़ के हर समुदाय के लोगों को जो घर आना चाहते हैं उन्हें लाने के प्रयास होने चाहिए।
– जकीउद्दीन हुसैन, बोनी बैबी क्लिनीक
– देश-दुनिया में फैली इस महामारी का उपचार नहीं मिलने तक लोगों को इसके साथ ही जीना सीखना होगा। कई लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहें है और कई लोग ऐसा नहीं कर रहे है। प्रशासन के साथ ही हमें भी अपने प्रभाव क्षेत्र में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनेटाइजर आदि का ध्यान रखने के लिए जागरूक करना होगा। खाड़ी देशों में फंसे लोगों की मदद के साथ ही स्थानीय मजदूरों और युवाओं की आर्थिक परेशानियों को दूर करने के कदम उठाने चाहिए। टूर-ट्रॉवेल्स से जुड़े होने के नाते आवश्यकता होने पर लोगों की हर संभव मदद के लिए तैयार है।
– मुजफ्फर अली, समाजसेवी, शताब्दी वेलफेयर सोसायटी