रक्षाबंधन भद्रा रहित होने से गुरुवार को सुबह से लेकर शाम तक बहिनें अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी। पर्व के एक दिन पहले बाजारों में रौनक नजर आई। शहर के पुराना बस स्टैंड से लेकर चंद्रपोल, मटावाव, पीपली चौक, सदर बाजार, आजाद चौक, पुरानी सब्जी मंडी मार्ग, पाला आदि क्षेत्रों में विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोगों ने राखियों, मिठाइयों, उपहारों की खरीदारी की। इसके अतिरिक्त शहर की विभिन्न प्रमुख कॉलोनियों में भी सजी राखी की दुकानों पर महिलाओं ने खरीदारी की।
श्रावणी उपाकर्म और ऋषि तर्पण वडऩगरा नागर समाज के ऋग्वेद सामवेद और अथर्ववेद के विद्वानों ने श्रावणी उपाकर्म और ऋ षि तर्पण केशवाश्रम धर्मशाला में किया। समाज सचिव डा. आशीष दवे ने बताया कि गौत्र और वेद के अनुसार अलग-अलग श्रावणी उपाकर्म समाज में अलग-अलग दिन में किया जाता है। इसी क्रम में तीन वेदों ऋग्वेद सामवेद और अथर्ववेद का कार्यक्रम हुआ। पं. इन्द्रशंकर झा और हर्षदलाल नागर के आचार्यत्व में नवीन यज्ञोपवीत धारण किए और ब्रह्मवर्चस प्राप्त किया।
देखिए…वीडियो…बांसवाड़ा में माही बांध के सभी सोलह गेट खोले, धवल ज्वार देखने उमडऩे लगे लोग इस अवसर पर समाज अध्यक्ष यतीश नागर, लाभशंकर झा, रमनाथ झा, रोहन नागर आदि उपस्थित रहे। पंच चौबीसा ब्राह्मण समाज की ओर से श्रावणी उपाकर्म कागदी पिकअप वियर पर गुरुवार सुबह 11 बजे होगा। समाज अध्यक्ष सुधीर चौबीसा ने बताया कि आचार्य भूपेंद्र उपाध्याय तनिक, महेंद्र उपाध्याय व कमलनाथ उपाध्याय के आचार्यत्व में श्रावणी उपाकर्म, हेमाद्री श्रवण के बाद पवित्र स्नान होगा। सहस्त्र औदिच्य ब्राह्मण समाज, भट्टमेवाड़ा ब्राह्मण समाज, विशनगरा ब्राह्मण समाज की ओर से भी अनुष्ठान किए जाएंगे।