उसने स्टाफ रूम में आकर गालीगलौज की। इस दौरान महिला स्टाफ भी मौजूद था। समझाइश का प्रयास करने पर स्कूल की घंटी बजाकर बच्चों को भगा दिया। इसके बाद गोफण से पत्थरबाजी की। उन्होंने घटना की बीईईओ को जानकारी दी। अगले दिन अभिभावकों की बैठक बुलाई और आरोपित के खिलाफ कलिंजरा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्णय कर इसे अमल में भी लाया गया। घटना को लेकर विद्यार्थियों और स्टाफ की सुरक्षा को लेकर उपखंड अधिकारी बागीदौरा को भी पत्र दिया है।
इसलिए हुआ विवाद जानकारी के अनुसार आरोपित ने एसडीएमसी अध्यक्ष से कुछ रुपए उधार मांगे थे, लेकिन राशि नहीं देने पर उसने यह कहते हुए विद्यालय में धमाल मचाई कि उक्त विद्यालय की भूमि उसके परिवार के लोगों ने दी है। अब उसे एसडीएमसी अध्यक्ष बनाया जाए। बताया गया कि शिक्षकों ने थावरा से काफी समझाइश की, लेकिन वह नहीं माना।
‘काम करना सुरक्षित नहीं’ इधर, संस्थाप्रधान और शारीरिक शिक्षक ने गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी को दिए पत्र में बताया कि घटनाक्रम के बाद विद्यालय में
काम ? करना असुरक्षित है। इस पर डीईओ प्रेमजी पाटीदार ने पहले तो ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बागीदौरा से घटना की जिला कार्यालय में सूचना नहीं देने पर नाराजगी जताई। इसके बाद संस्थाप्रधान और शारीरिक शिक्षक को सुरक्षा की दृष्टि से समीप के किसी विद्यालय में रिक्त पद पर लगाने के निर्देश दिए।