बस शाम करीब पांच बजे बच्चों को बांसवाड़ा से कुशलगढ़ छोडऩे जा रही थी। कुशलगढ़ से करीब चार किलोमीटर पहले चुड़ादा गांव पहुंचते ही बस अचानक बंद हो गई। चालक ने बस को कई बार चालू करने का प्रयास किया, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हुआ।
इसके बाद वह बस से नीचे उतरा और जैसे ही बस का बोनट खोला तो धुआं बाहर उठा। चंद मिनट में बस से चिंगारियां उठने लग गई। इसी दरम्यान मौका पाकर बच्चे भी बस से नीचे उतर गए।
इस बीच आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और बस आग की लपटों से घिर गई। वारदात की सूचना पर कुशलगढ़ से दमकल और पुलिस बल पहुंचा औा आग पर काबू पाने के प्रयास किए, लेकिन बस पूरी तरह जल गई।