सरकारी स्कूल में पढ़े, कड़ी मेहनत से तीसरे प्रयास में पाई IAS में सफलता… अब डूंगरपुर के कलक्टर बने बांसवाड़ा के आलोक रंजन सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि रूपालाल डामोर, सोमालाल कोटेड़, वेलाराम घोघरा, प्रो. मणिलाल गरासिया, पार्वती घोघरा, हीरालाल दामा, पवन आमलीया, पोपटलाल थे। स्वागत चंदुलाल बरंडा ने किया। इस मौके पर नानालाल, उमेश डामोर, मेनका, कांतिभाई आदिवासी ने आदिवासी एकता और समानता की बात कही। सीबीईओ रामलाल खराड़ी ने कहा जो जाति अपना इतिहास नहीं जानती वह कभी अपना विकास नहीं कर सकती। इसलिए हमें अपने इतिहास की जानकारी रखनी चाहिए। इस मौके पर विभिन्न जिलों से आए मोर्चा के पैनल उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
अन्य प्रदेशों से भी आए प्रतिनिधि
सम्मेलन में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर, सलूम्बर, प्रतापगढ़, कुशलगढ़ सहित मध्यप्रदेश, गुजरात से बड़ी संख्या में मोर्चा के पैनल से चुनाव लडऩे वाले विद्यार्थी व समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन में जय जौहार, एक तीर एक कमान, आदिवासी एक समान का नारा गूंजा। भोगीलाल पंड्या राजकीय महाविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कमलेश घाटिया ने बताया कि अगली बार डूंगरपुर की रणनीति के तहत अन्य जगहों पर चुनाव लड़े जाएंगे।