scriptबांसवाड़ा : 1500 लोग सात दिनों से दूषित पानी पीने को मजबूर, किसी के पेट में दर्द तो कोई उल्टी-दस्त का शिकार | Supply of contaminated water to people's homes | Patrika News
बांसवाड़ा

बांसवाड़ा : 1500 लोग सात दिनों से दूषित पानी पीने को मजबूर, किसी के पेट में दर्द तो कोई उल्टी-दस्त का शिकार

धनावाव बावड़ी की मोटर खराब होने बढ़ी समस्या

बांसवाड़ाJul 05, 2018 / 12:52 pm

Ashish vajpayee

banswara

बांसवाड़ा : 1500 लोग सात दिनों से दूषित पानी पीने को मजबूर, किसी के पेट में दर्द तो कोई उल्टी-दस्त से पीडि़त

बांसवाड़ा. पिछले सात दिनों से शहर के छह मोहल्लों के तकरीबन 1500 लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। अधिकांश मोहल्लेवासियों के किसी के पेट में दर्द तो किसी को उल्टी-दस्त की शिकायत हो चुकी है। दूषित पानी के सेवन से ये लोग हैजा और पीलिया सरीखी बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इसके बाद भी नगर परिषद या जलदाय विभाग की ओर से लोगो को समस्या से निजात दिलाने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
यह क्षेत्र प्रभावित
पानी की समस्या के कारण वार्ड 34 के लोहारवाड़ा, महालक्ष्मी चौक, ओसवालवाड़ा, सिंहवाव, हालिया रोड, सत्यनारायण मंदिर मोहल्ला इलाकों के लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

इसलिए आई समस्या
दरअसल, वार्ड 34 के छह मोहल्लों में पानी की सप्लाई धनावाव बावड़ी से होती है। लेकिन सात दिनों से बावड़ी की मोटर खराब होने से लापूर्ति नहीं हो पा रही है। इस कारण इन्हें मजबूरी में कागदी के पानी का उपयोग रोजमर्रा के कार्यों एवं पीने के लिए किया जा रहा है। जिससे कई क्षेत्रवासियों को बीमारियों ने आ घेरा है।
ऐसे सुनाई समस्या
विजय जैन, मुकेश कंसारा और उत्तम पंचाल ने बताया कि पीले और बदबूदार पानी की सप्लाई होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। सात दिनों से यही पानी पीने को लोग मजबूर है। जिससे पेट में दर्द और उल्टी दस्ती की शिकायत कई लोगों को हुई है। मजबूरी में पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
400 घरों में आपूर्ति
पार्षद सचिन सोनी ने बताया कि धनावाव बावड़ी से तकरीबन 350 से 400 घरों में जलापूर्ति की जाती है। सात दिन पूर्व पानी की मोटर खराब होने के बाद लोगों को कागदी के पानी का उपयोग पीने में करना पड़ रहा है। इससे कई लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ा है। वैकिल्पक व्यवस्था के तौर पर नगर परिषद की ओर से पानी के टैंकर की व्यवस्था की गई, लेकिन टैंकर एक जगह ही खड़ा कर देने से लोगों को लाभ नहीं मिल सका है।
हो वैकल्पिक व्यवस्था
निखिलेश सोनी का कहना है शहर में कई बावडिय़ां है। जिनसे कई मोहल्लों में जलापूर्ति की जाती है। गर्मी और बारिश के दिनों में अधिक लोड होने के कारण मोटर भी खराब होती है। ऐसे में संबंधित पार्षदों को पानी की व्यवस्था सुचारू रखने के लिए दूसरी मोटर की भी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि ऐसी परिस्थितियों में दूसरी मोटर का उपयोग किया जा सके और पानी की समस्या न हो।

Home / Banswara / बांसवाड़ा : 1500 लोग सात दिनों से दूषित पानी पीने को मजबूर, किसी के पेट में दर्द तो कोई उल्टी-दस्त का शिकार

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो