चोरी की वारदात को आरोपियों ने मंदिर की मूर्तियों को सोने की समझकर अंजाम दिया था। आरोपी मनीष ने ही अपने सभी साथियों को बुलाकर कहा था कि मंदिर में सोने की मूर्तियां हैं जो काफी कीमती हैं, जिन्हें बिक्री कर काफी रुपया आएगा। कोतवाली सीआई ने बताया कि आरोपी सहदेव एवं अक्षय ने भगवान पाŸवनाथ की मूर्तियों को उदयपुर ले जाकर चेक करवाया था और उनको वहीं धुलवाया था। इसके अलावा आरोपियों ने सभी मूर्तियों का बंटवारा भी कर लिया था। इनमें से अक्षय ने मूर्ति को अपने घर गेहूं के संदूक में रख दिया था। वहीं मनीष ने अपनी मूर्ति को जमीन में दबा दिया था।
पुलिस के अनुसार चोरी के रुपयों को आरोपी अपने गर्लफ्रेंड पर खर्च करते थे। इसके अलावा ज्यादातर रुपए मौज शौक पर ही उड़ाए जाते थे। नए नए कपड़े एवं मोबाइल भी खरीदे जाते थे। पुलिस के अनुसार आरोपियों से और भी वारदातों का खुलासा हो सकता है।
सीआई ने बताया कि अक्षय की गिरफ्तारी होने के बाद उसने अपने साथियों के नाम बताए। पुलिस ने कोतवाली थाना इलाके के सागतलाई निवासी मनीष (20) पुत्र जयप्रकाश मईड़ा, पीपलवा निवासी अक्षय (21) पुत्र कचरू को गिरफ तार किया। वहीं दो बाल अपचारियों को डिटेन किया। वारदात के तीन आरोपी पीपलवा निवासी सहदेव पुत्र लालू, गोपाल पुत्र कचरू मईड़ा तथा पीपलोद निवासी सुनील अभी फ रार हैं, जिनकी तलाश जारी है।
एसआई चंदन सिंह, कांस्टेबल केशव सिंह, राजेन्द्र सिंह, मुकेश, रामनारायण, राजेन्द्र 693, महिपाल, पंकज, धर्मेन्द्र एवं भोमसिंह।