वेद पाठशाला में अध्ययनकर तीन विद्यार्थी बीएससी, दो छात्र बीएससी बीएड एवं एक छात्र इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा हीै। खासबात यह भी है कि इन्हीं में से तीन विद्यार्थी वेद पाठशाला को संभाल रहे है। वे यहां व्यवस्थाएं देखने के साथ-साथ विद्यार्थियों को नियमित अभ्यास भी कराते है। इनमें शामिल घोड़ी तेजपुर के राहुल निनामा, फणेश्वर निनामा व कसारवाड़ी के रोशन डोडियार बताते है कि नियमित अध्ययन से अलग ही ऊर्जा का संचार होता है।
मार्च 2020 से कोरोना काल के प्रारंभ से नियमित हवन-यज्ञ हो रहे है। जिसमें विजय महामंत्र, हनुमान चालीसा पाठ, गणेश स्तोत्र, गंगा स्तुति, रुद्राष्टकम, राम स्तोत्र, दुर्गा सप्तशती पाठ, महामत्युंजय मंत्र आदि शामिल है। इसी प्रकार से अप्रेल 2020 से नियमित सुंदरकाण्ड पाठ तथा अप्रेल 2021 से हनुमान चालीसा, राम स्तुति, हनुमान स्तवन, राम वंदना, रामावतार, शिव पंचाक्षर स्तोत्र आदि पाठ नियमित हो रहे है।
भारत माता मंदिर के रामस्वरूप महाराज ने कहा कि वेद पाठशाला का उद्देश्य भील विद्यार्थियों को गीता, रामायण, वेद की शिक्षा देना है। 6 वर्षों से संचालित वेद विद्यालय में ढाई घंटे का अतिरिक्त शिक्षण होता है। विद्यार्थियों को यज्ञ हवन के मंत्र के साथ ही गीता सहित अन्य स्तोत्र के अध्याय कंठस्थ है। वेद-विज्ञान को एक मंच पर लाने की सोच के साथ काम किया जा रहा है।