प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह करीब ग्यारह बजे साठ वर्षीय बुजुर्ग स्कूल के पास पुलिया पर आकर खड़ा हुआ और देखते ही देखते उसने तेज गति से प्रवाहमान कागदी नदी के तेज में छलांग लगा दी। यह देख आस पास मौजूद कुछ लोग चिल्लाए लेकिन बुजुर्ग पानी के तेज वेग के साथ बह गया। इसकी जानकारी पूरी रातीतलाई में फैल गई। इसके बाद तिरूपति नगर के पास नदी किनारे जाकर कुछ लोग खड़े हो गए। कुछ ही देर में पानी में बहता हुआ बुजुर्ग आता दिखाई पड़ा। इस पर एक युवक ने पानी में छलांग लगाकर बुजुर्ग को बाहर निकला, लेकिन तब उसने दमतोड़ दिया था। भीड़ एवं परिजनों ने शव की पहचान रातीतलाई निवासी दिलीप के रूप में की। बाद में सदर थाना तथ कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
बुजुर्ग बीमारी से था ग्रस्त घटना को लेकर मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि दिलीप लंबे समय से एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त था। इससे वह अवसाद में भी था। मृतक के बहनोई ने पैर फिसलने की रिपोर्ट दी
रातीतलाई गली नंबर ए के निवासी निर्मल दोसी पुत्र चांदमल जोशी ने पुलिस को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि उसका बहनोई रातीतलाई निवासी दिलीप काटुआ पुत्र भगवती लाल कॉलेज की तरफ जा रहे थे, तभी रास्ते में एक निजी स्कूल के पास पुलिया से उनका पैर फिसल गया और वे कागदी नदी में बह गए। पानी में गिरने के बाद दो किमी दूर उनका शव बरामद हुआ। लेकिन तब तक उनका देहांत हो चुका था।