इधर, जानकारों के अनुसार यूं तो जिलेभर में देसी एवं हथकड़ शराब की भट्टियों एवं ढाबों की भरमार है, लेकिन इनके साथ अंग्रेजी, नकली व राजस्थान में प्रतिबंधित शराब की बिक्री भी हो रही है। जिले के बॉर्डर इलाके सल्लोपाट, पाटन एवं अन्य थाना इलाकों में तो इनकी भरमार है। इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नकली, राजस्थान में प्रतिबंधित शराब की बड़े स्तर पर बिक्री होती है। इसके बावजूद थाना पुलिस एवं आबकारी विभाग की ओर से पुख्ता कार्रवाईयां नहीं की जाती है। इससे अवैध शराब का कारोबार निरंतर बढ़ता ही जा रहा है।