शनिवार को परिजन चिमनलाल को आरोपी प्रभुलाल के घर पर ले आए और आंगन में खांट पर लिटा दिया। इससे माहौल गर्मा गया। इस दौरान आरोपी पक्ष के पुरुष लोग घर छोड़ गए। सूचना पर पाटन थाने से हैड कांस्टेबल नारायणसिंह, दर्रा बीट प्रभारी शंकरलाल मौके पर पहुंचे और समझाइश के प्रयास किए। लेकिन परिजन आरोपी पक्ष पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। पीडि़त पक्ष ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। इस दौरान काफी बहस हुई। इस पर बीट प्रभारी ने ग्रामीणों तथा परिजनों घायल वहां से हटाने का दबाव बनाया। वहीं कार्रवाई का भरोसा देने के बाद परिजन घायल को घर ले गए।
पुलिस ने वार्ता के लिए घायल चिमनलाल के पिता व ग्रामीणों को पाटन थाने बुलाया। लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई समझौता नहीं हो पाया। मामले में एक माह बीत जाने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े होते हैं। इस संबंध में एसएचओ रूपलाल मीणा ने बताया कि वह अभी बांसवाड़ा आए हुए हैं। पाटन पुलिस ने बताया की दोनों पक्षों से विवाद में मारपीट की रिपोर्ट कर ली गई है। दूसरे पक्ष के प्रभुलाल ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों ने उसकी पत्नी शारदा पर कुल्हाड़ी से वार कर घायल कर दिया था।