नार्को टेस्ट की तैयारी मामला बहराइच जिले के कोतवाली नगर क्षेत्र से जुड़ा है। जहां के निवासी शिखर श्रीवास्तव उर्फ राजा का 19 जनवरी की रात लखनऊ से अपहरण के बाद शव बदोसराय थाना क्षेत्र के बरदरी गांव में फेंक दिया गया था। शिखर पिता दिनेश श्रीवास्तव ने गोरखपुर की बांसगांव विधानसभा से तत्कालीन बसपा विधायक डॉ. विजय कुमार और शिक्षा विभाग में तैनात उनकी अधिकारी पत्नी मृदुला आनंद को नामजद करते हुए 6 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। हत्या की वजह नौकरी लगवाने के नाम पर लिए गए साढ़े 3 लाख रुपए वापस न करना बताया गया था। पुलिस ने अपनी विवेचना में 8 और लोगों को शामिल करते हुए तीन लोगों को जेल भेजा था। अब इसी मामले में आरोपियों का नार्को टेस्ट होना है। इसके लिए दोनों को नोटिस जारी कर 24 नंवबर को सीजेएम कोर्ट में तलब किया गया है।
कोर्ट से ली अनुमति वहीं इस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक वीपी श्रीवास्तव ने बताया कि आईओ अपनी विवेचना के दौरान आरोपियों का नार्को टेस्ट करवाना चाहते हैं। क्योंकि सबूतों में नार्को का भी एक पक्ष आता है जिसमें झूठ और सच का पता चल जाता है। इसके लिए पुलिस को कोर्ट से अनुमति लेनी पड़ती है। जिसके लिए आईओ ने कोर्ट में अनुमति के लिए प्रार्थनापत्र दिया है। केस में आगे जो भी चीजें निकलकर सामने आएंगी, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।