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बाराबंकी

आशा और फ्रंटलाइन वर्करों को मिली बड़ी जिम्मेदारी, बुजुर्गों-बीमारों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए करेंगे जागरूक

कोविड-19 को पूरी तरह से मात देने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए सबसे ज्यादा जोखिम वालों तक वैक्सीन पहुंचाने की हरसंभव कोशिश हो रही है।

बाराबंकीMar 15, 2021 / 08:07 am

नितिन श्रीवास्तव

आशा और फ्रंटलाइन वर्करों को मिली बड़ी जिम्मेदारी, बुजुर्गो-बीमारों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए करेंगे जागरूक

आशा और फ्रंटलाइन वर्करों को मिली बड़ी जिम्मेदारी, बुजुर्गो-बीमारों को कोरोना वैक्सीनेशन के लिए करेंगे जागरूक

बाराबंकी. कोविड-19 को पूरी तरह से मात देने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए सबसे ज्यादा जोखिम वालों तक वैक्सीन पहुंचाने की हरसंभव कोशिश हो रही है। स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्कर्स के बाद अब सबसे अधिक जोखिम समूह में आने वाले 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों और गंभीर बीमारी से ग्रसित 45 से 59 साल के लोगों का टीकाकरण चल रहा है। टीकाकरण की गति को बढ़ाने और समुदाय के लोगों को प्रेरित करने में अब आशा कार्यकर्ताओं और दूसरे फ्रंट लाइन वर्कर्स की भी मदद ली जाएगी। इस बारे में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय ने सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर कोविड-19 टीकाकरण में आशा कार्यकर्ताओं और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स का सहयोग लिए जाने का निर्देश दिया है।
आशा कार्यकर्ताओं को नयी जिम्मेदारी

बाराबंकी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर बीकेएस चौहान का कहना है कि 60 वर्ष से अधिक और 45 से 59 वर्ष आयु वर्ग के गंभीर बीमारियों से ग्रसित शत प्रतिशत लोगों के टीकाकरण के लिए आशा कार्यकर्ताओं को नयी जिम्मेदारी सौंपी गयी है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि इन आयु वर्ग के लोगों, जो कोविड-19 टीकाकरण से छूटे हुए हैं, उनसे संपर्क कर टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। उन्हें ऑनलाइन पंजीकरण में सहयोग कर टीकाकरण स्थल की राह दिखाएं। साथ ही प्रथिरोधी परिवार की सूची तैयार कर अपने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को उपलब्ध कराएं।
लोगों को करें जागरुक

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा राजीव सिंह ने कहा कि सभी आशा कार्यकर्ता समुदाय के बीच जाकर कोविड टीकाकरण के फायदे और बचाव के बारे में उन्हें बताएं। टीकाकरण के लिए पास के टीकाकरण केंद्र और समय के बारे में बताएं। टीकाकरण के लिए नियमानुसार ड्यूलिस्ट तैयार करें। लाभार्थियों को टीकाकरण स्थल पर जाने के लिए प्रेरित करें। ऑनलाइन पंजीकरण कराने में सहयोग करने के साथ टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों का डेटा तैयार कर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को सूची उपलब्ध कराएं।
सभी का कराएं टीकाकरण

उन्होंने यह भी कहा कि प्रतिरोधी परिवार को चिन्हित कर उच्चाधिकारियों के सहयोग से कोविड टीकाकरण के लिए प्रेरित करने को कार्रवाई की जाए। इन गतिविधियों में जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम), ब्लाक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) और अर्बन को-आर्डिनेटर से सहयोग प्राप्त किया जाए। शहरी क्षेत्र में यह जिम्मेदारी शहरी आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम और अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स को सौपी गयी है। ऐसे में 60 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग और 45 से 59 वर्ष के गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को शत प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित करें।
जांच रिपोर्ट में 965 मिले निगटिव, 18 केस एक्टिव

वहीं दूसरी तरफ जिले के सरकारी अस्पतालों से भेजे गए नमूनों में 965 की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव मिली, साथ ही 18 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। सीएमओ ने बताया कि जिले में अब तक कुल 7845 संक्रमितों में से 7718 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में अभी 18 केस एक्टिव हैं। संक्रमित लोगों का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है।

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