होमगार्डों का लगा जमावड़ा बाराबंकी की पुलिस लाइन सभागार में बाराबंकी के होमगार्डों का जमावड़ा दिखाई दिया। मौका था बाराबंकी में आज अपने कार्य में विशेष योगदान देने वाले होमगार्ड के जवानों को सम्मानित करने का। इस सम्मान समारोह की शोभा बढ़ाने प्रदेश के डी. जी . होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ल स्वयं उपस्थित थे। जवानों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किए जाने के बाद डी. जी. ने जवानों को सरकार की तरफ से उनकी वर्दी का कपड़ा भेंट किया। वर्दी पाए जवानों के चेहरे पहले तो खिले मगर कपड़ा देखते ही उनके चेहरे की खुशी काफूर हो गयी।
जवानों ने लगाया आरोप वर्दी पाने वाले जवानों ने आरोप लगाया कि इस कपड़े की क्वालिटी बिल्कुल निम्न स्तर की है और टेरीकाट में पॉलिएस्टर मिला होने के कारण गर्मी में पहनने योग्य नहीं है। बेहद घटिया स्तर का कपड़ा होने के नाते इस कपड़े की खरीद में अधिकारियों ने जमकर कमीशन खोरी की है। जवानों ने कहा कि हमें पुलिस के जवानों के साथ कदमताल करनी पड़ती है, हमेशा साथ रहना पड़ता है मगर ऐसा कपड़ा देकर जवानों का अपमान किया गया है। यह कपड़ा इनको कतई पसन्द नहीं है।
डी.जी. ने आरोपों को किया खारिज जवानों के इन्ही आरोपों पर जब हमने डी.जी. होमगार्ड से बात की तो उन्होंने जवानों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि जवानों को जो कपड़ा दिया गया है उसमें सूती के साथ पॉलिएस्टर मिक्स है। यह उस वर्दी की तरह है जो केन्द्रीय पुलिस बल को दी जाती है। सूती कपड़े में सिलवटें जल्दी पड़ जाती है मगर इसमें सिलवटें जल्दी नही पड़ेंगी। जहां तक कमीशन खोरी का आरोप है तो जो कपड़ा 165 रुपये मीटर में खरीदा जाता था वही कपड़ा 90 रुपये मीटर खरीदा गया है और उसकी क्वालिटी भी अच्छी है। हमनें प्रधानमंत्री से प्रेरणा लेकर पूरी खरीद में पारदर्शिता रखी है।