महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार जिसके बाद महिलाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार भी देखने को मिलने लगा। महिलाएं मधुमक्खी का शहद निकाल मधुमक्खी के छत्ते से निकले हुए मोम की मोमबत्ती बनाकर मार्केट में बिक्री करती हैं। फिलहाल बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक उनकी आय दोगुनी करने में लगे हुए हैं और महिला कॉन्स्टेबल को भी स्टाल (दुकानें) लगवा कर बाजारों व मेले में बिक्री करवा रहे हैं। बाराबंकी के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में हर वर्ष लगने वाले मेले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी की तरफ से दुकान लगवाकर महिला कॉन्स्टेबल मोमबत्ती बिक्री कर रही हैं। जिसको खरीदने के लिए तातां भी लगा हुआ है।
हो रही अच्छी बिक्री दुकान लगाने वाली कॉन्स्टेबल निशा यादव के मुताबिक बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी की तरफ से निर्देश मिला है कि मोमबत्ती की दुकान लगाकर मेले में बिक्री करें। यहां मोमबत्ती की अच्छी खासी बिक्री भी हो रही है और लोगों का सपोर्ट भी शराब बेचने वाली महिलाओं को मिल रहा है, जिससे उन्होंने उस अवैध कारोबार को छोड़ दिया है।
महिलाओं ने छोड़ा अवैध कारोबार वहीं बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि चैनपुरवा गांव में करीब 94 परिवार थे। जिनमें से 90 परिवार शराब बनाना छोड़ चुके हैं। वह अब मिशन कायाकल्प के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं और उन परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ देने का कार्य काफी जोरों से चल रहा है। जिसमें बाराबंकी के जिलाधिकारी डा. आदर्श सिंह और बाराबंकी की मुख्य विकास अधिकारी मेघा रूपम उन्हें योजनाओं का लाभ देने में लगी हुई हैं। जल्द ही उनकी जिंदगी में और अच्छा सुधार देखने को मिलेगा।