राम मंदिर नहीं तो बीजेपी को वोट नहीं बाराबंकी पहुंचे प्रवीण तोगड़िया ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक के बाद एक कई बड़े सियासी तीर छोड़े। राम मंदिर के मुद्दे की चिंगारी को हवा देते हुए तोगड़िया ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। तोगड़िया ने कहा कि जून महीने में हमने केंद्र की मोदी सरकार से राम मंदिर के लिए विजयदशमी तक कानून बनाने की मांग की थी, लेकिन सरकार ने हमारी मांग नहीं मानी। केंद्र सरकार द्वारा संसद में कानून न बनाए जाने के बाद हमने राम मंदिर के लिए अयोध्या में कूच करने का फैसला किया। प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि हमारा अयोध्या कूच करने का दो सूत्री मकसद है। पहला राम मंदिर नहीं तो भाजपा को वोट नहीं और दूसरा अबकी बार हिंदुओं की सरकार। अब हम तय करेंगे कि इसबार हमें हिंदुओं की सरकार कैसे बनवानी हैं। वहीं 23 अक्टूबर को कोई बड़ा राजनीतिक फैसला लेने की बात पर तोगड़िया ने कहा कि इंतजार करिए, उसी दिन सब पता चलेगा।
दोहरी भूमिका निभा रहे हैं भागवत इसके साथ ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा नरेंद्र मोदी सरकार से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून बनाने के लिए कहने पर प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि वह इस मुद्दे पर दोहरी भूमिका निभा रहे हैं। तोगड़िया का आरोप है कि जब उन्होंने मोहन भागवत और सरकार से मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग की थी, तब उन्हें चुप करा दिया गया। लेकिन आज चुनाव नजदीक आ गए हैं और भाजपा की स्थिति खराब है, तो आरएसएस दोबारा मंदिर का मुद्दा उठा रही है। उन्होंने कहा कि यह सब सिर्फ दिखावा है।
अब मंदिर बनाने वाला ही बनेगा अगला प्रधानमंत्री तोगड़िया से जब पूछा गया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू करने की बात कही है। इस पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर बनाने के लिए मोदी सरकार को कानून बनाना चाहिए। इतने साल बीत जाने के बाद भी राम मंदिर क्यों नहीं बना। अब जब चुनाव करीब आ गए हैं तो फिर से मंदिर बनाने की बात की जा रही है। प्रवीण तोगड़िया ने दो टूक शब्दों में कहा कि 2019 से पहले मंदिर बनेगा या अब मंदिर बनाने वाला अगला प्रधानमंत्री बनेगा।