तीन की हुई दर्दनाक मौत बाराबंकी में देर रात हुए हादसे में तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकि चार की हालत गंभीर है। यह हादसा रामनगर तिराहे के पास होना बताया जा रहा है। जहां किसी अज्ञात वाहन ने इन लोगों को ठोकर मार दी। मृतकों में जगदीश (38 वर्ष), धर्मेंद्र (27 वर्ष), मिहाज अली (33 वर्ष) और जितेंद्र (30 वर्ष) शामिल हैं। सभी मृतकों का शव पोस्टमार्टम के लिए बाराबंकी के मोर्चरी हाउस में भेजा गया है।
किसी वाहन के टक्कर मारने का अंदेशा बाराबंकी ट्रामा सेंटर में तैनात डॉक्टर के मुताबिक देर रात उनके पास सात लोग इलाज के लिए आए थे। जिनमें से दो पहले से ही मृत थे। इनमें से पांच लोगों को इलाज शुरू किया गया। एक की हलत ज्यादा गंभीर होती चली गई और सुबह करीब चार बजे उसने भी दम तोड़ दिया। वहीं बाकी घायलों को आगे के इलाज के लिए लखनऊ के ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया है। डॉक्टर के मुताबिक मृतकों को और घायलों को हेड इंजरी थी, जिसको देखकर यही लग रहा है कि उन्हें किसी ने टक्कर मारी है।
सरकारी मदद न मिलने का लगाया आरोप मृतक के भांजे मनोज कुमार निषाद ने बताया कि यह लोग सूरत में कमाने के लिए रहते थे। लॉकडाउन के चलते सभी वहां फंसे थे। ये सभी लोग ट्रक से वापस आ रहे थे और किसी काम से यहां रुके थे, तभी यह लोग हादसे का शिकार हो गए। इन लोगों को किसी अज्ञात वाहन ने ठोकर मारी है। मृतक के भांजे ने आरोप लगाया कि उसने खुद सभी के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था, लेकिन किसी को कोई सरकारी मदद नहीं मिली।
जालौन औऱ बहराइच में भी हादसा वहीं इस हादसे के पहले शुक्रवार को ही दो अलग-अलग हादसों में तीन की मौत हो गई जबकि 44 मजदूर घायल हो गए। पहला हादसा जालौन जिले में हुआ। यहां मुंबई से 46 श्रमिकों को लेकर आ रही डीसीएम को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। इस हादसे में एक महिला समेत दो की मौत हो गई, जबकि 14 अन्य घायल हैं। उधर बहराइच में 60 मजदूरों को लेकर लौट रही डीसीएम बिजली के खंभे से टकराकर पलट गई। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 30 मजदूरों को चोटें आई हैं।