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जबलपुर

दवा करते रहे और मर्ज बढ़ता गया

बारां की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था एक बार फिर बे-पटरी हो गई है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पाइप लाइनों के रिसाव तो दुरूस्त नहीं किए जा रहे है, उल्टे रिसाव ठीक करने के लिए किए गए गड्ढे भी खुले पड़े है।

जबलपुरNov 27, 2016 / 01:47 pm

shailendra tiwari

बारां की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था एक बार फिर बे-पटरी हो गई है। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पाइप लाइनों के रिसाव तो दुरूस्त नहीं किए जा रहे है, उल्टे रिसाव ठीक करने के लिए किए गए गड्ढे भी खुले पड़े है। इससे पेयजल समस्या का निस्तारण होना तो दूर यातायात व्यवस्था और प्रभावित हो गई।
 आलम यह है कि विभाग को आपूर्ति लाइनों के वॉल्व खोलने वाले मिल रहे है, और ना ही गड्ढे खोदने व बंद करने वाले कर्मचारी उपलब्ध हो रहे है। एक सप्ताह से शहर के विभिन्न इलाकों में नियमित जलापूर्ति प्रभावित हो रही है। गत दो दिनों से करीब आधा दर्जन कॉलोनियों में जलापूर्ति नहीं हो रही है। 
यूं बढ़ रही है परेशानी

जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से कर्मचारियों की कमी पूर्ति के लिए करीब एक दर्जन कर्मचारियों को संविदा पर लिया हुआ है, लेकिन उनको नियमित रूप से मानदेय भुगतान नहीं किया जा रहा है। इससे संविदाकर्मियों में अधिकारियों के रवैये के प्रति असंतोष बढ़ता जा रहा है। बार-बार अवगत कराने के बाद भी मानदेय भुगतान नहीं किए जाने के कारण कर्मचारियों ने शुक्रवार से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। इससे दो दिनों से जलापूर्ति व्यवस्था लडख़ड़ाई हुई है। पहले से जारी पेयजल तंत्र को सुधारने के कार्य ठप हो गए तो आए दिन नए व्यवधान आ रहे है। 
संविदाकर्मियों ने बताई पीड़ा

संविदाकर्मियों ने शनिवार सुबह पुरानी सिविल लाइन स्थित एईएन कार्यालय पहुंचकर उनसे मानदेय भुगतान की मांग की। इस दौरान एईएन विक्रमसिंह गुर्जर ने शीघ्र मानदेय भुगतान कराने का भरोसा दिलाया, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। उनका कहना था कि दो माह हो गए, मानदेय नहीं मिलने से परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।
यातायात ऐसे प्रभावित

शहर के झालावाड़ रोड तेलफैक्ट्री रेलवे फाटक के समीप वाल्व की रॉड व चेकनट घिस जाने से वॉल्व खराब हो गया। इसे ठीक करने के लिए विभाग की ओर से गड्ढा तो करा दिया, लेकिन वॉल्व नहीं बदला जा रहा है। इससे वहां गड्ढा खुला पड़ा है। इसी तरह गायत्री मंदिर के समीप गड्ढा होने से भी आवाजाही में परेशानी हो रही है।
छह दिन में भी सुधार नहीं

इधर, सब्जीमंडी गायत्री मंदिर क्षेत्र में गत छह दिनों से जलापूर्ति प्रभावित हो रही है। यहां विद्युत पोल लगाने के दौरान पाइप लाइन टूट गई थी, इसके बाद लाइन ठीक करने के लिए अब तक तीन जगह गड्ढे खोद दिए गए, लेकिन घरों तक पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं हुई। लाइन टूटी रहने के दौरान उसमें रेत व मिट्टी भर गई। इससे अलग-अलग जगह गड्ढे खोदकर लाइन के चोक प्वाइंट को ढूंढा जा रहा है, लेकिन वह नहीं मिल रहा है। शनिवार सुबह भी गायत्री मंदिर गेट के समीप नया गड्ढा खोदा गया।
जलापूर्ति नहीं हुई

शहर में शनिवार सुबह शिवाजी कॉलोनी के गुर्जर बस्ती, नारेड़ा रोड व माताजी के चबूतरा क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं हुई। शाम को नसियांजी मंदिर क्षेत्र व सुसावन बस्ती में जलापूर्ति नहीं हुई। इसी तरह लंका कॉलोनी में दशहरा मैदान क्षेत्र, श्रमिक कॉलोनी की टंकी से बालाजीनगर क्षेत्र प्रभावित रहा। यहां मेलखेड़ी तिराहा स्थित ट्यूबवैल की मोटर जलने से गत तीन दिन से जलापूर्ति प्रभावित है। इसके अलावा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गाडिय़ा कॉलोनी क्षेत्र में भी बूस्टिंग से आपूर्ति नहीं हुई। बाबजी नगर क्षेत्र में भी पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहने से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। शहर में कई जगह लोगों को हैंडपम्पों पर पानी भरते देखा गया।
अभियंताओं की बैठक बुलाई है

पेयजल स्कीमों के सम्बन्ध में 28 तारीख को अभियंताओं की बैठक बुलाई है। इसमें शहर की स्थिति को लेकर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। अधिशासी अभियंता को पूर्व में कारण बताओ नोटिस भी दिया, लेकिन वे गंभीरता से नहीं ले रहे। एईएन को भी दिशा-निर्देश दिए हैं।
अनिल कछावा, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग

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