भारत में बाल श्रमिक अधिक
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के तत्वावधान में बारां शहर में स्थित कैनरा एवं सिंडीकेट बैंक द्वारा संचालित स्किल डवलपमेंट संस्थान में विश्व बालश्रम निषेध दिवस पर बुधवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
बारां•Jun 12, 2019 / 07:22 pm•
Hansraj
विधिक साक्षरता शिविर
बारां. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के तत्वावधान में बारां शहर में स्थित कैनरा एवं सिंडीकेट बैंक द्वारा संचालित स्किल डवलपमेंट संस्थान में विश्व बालश्रम निषेध दिवस पर बुधवार को विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें प्रोजेक्टर पर नालसा और रालसा की लघु फिल्में दिखाई गईं।
इस अवसर पर नालसा की लगभग सात मिनट की फिल्म में बच्चों के अधिकारों का संरक्षण एवं बालश्रम तथा नालसा की योजना प्रदर्शित की गई। रालसा की लगभग 23 मिनट की फिल्म बेटी बचाओ भी प्रदर्शित की गई। डालसा के सचिव शिवकुमार ने बालश्रम के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि बाल श्रम के दृष्टिकोण में भारत स्थिति दयनीय है। यह निष्कर्ष हम सभी के लिए चिन्ता व चिन्तन का विषय है। तमाम कानूनों व सतत् प्रयासों के बावजूद भी दुनिया में करीब 25 करोड़ बाल श्रमिक हैं। जिनके लिए स्कूल, खेल व बचपन का कोई अभिप्राय नहीं है। ये बच्चे चंद रूपयों के लिए अपना भविष्य दांव पर लगाकर दिन रात अथक परिश्रम करते हैं ताकि अपने परिवार के भरण-पोषण में मदद कर सकें।
चार बच्चे मुक्त कराए
उक्त विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर में बाल कल्याण समिति बारां के सदस्य अधिवक्ता शैलेश मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि मानव तस्करी विरोधी प्रकोष्ठ जिला बारां ने 4 बच्चों को बालश्रम करने की सूचना प्राप्त होने पर दस्तयाब कर मुक्त कराया तथा उनके समक्ष पेश किया। इस प्रकरण में आवश्यकतानुसार इन बच्चों के पुनर्वास के लिए विधिक कार्यवाही की जाएगी। उक्त विधिक जागरूकता शिविर में 70 से अधिक बालिकाओं ने भाग लिया तथा कुल 84 लोग लाभान्वित हुए। शिविर के दौरान संस्थान की तरफ से राजेन्द्र, दीपक शर्मा तथा डालसा की तरफ से हरिशंकर मीणा, नरेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
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