बरसों बाद मिली अंधेरे से ‘आजादी’
कई गांव, ढाणी व बस्तियों में बरसों के इंतजार के बाद बीते एक साल में बिजली का उजियारा फैला तो ग्रामीणों की खुशी देखते बनी। केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री सौभाग्य सहज बिजली हर घर योजना के तहत करीब 9 हजार 418 परिवारों
आखिर पहुंचा ही दिया जिले के 9418 घरों में उ
सौभाग्य सहज बिजली योजना
आखिर पहुंचा ही दिया जिले के 9418 घरों में उजियारा
अब जिला प्रशासन कर रहा राष्ट्रीय पुरस्कार की तैयारी
बारां. जिले के कई गांव, ढाणी व बस्तियों में बरसों के इंतजार के बाद बीते एक साल में बिजली का उजियारा फैला तो ग्रामीणों की खुशी देखते बनी। केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री सौभाग्य सहज बिजली हर घर योजना के तहत करीब 9 हजार 418 परिवारों को मात्र पांच सौ रुपए प्रति कनेक्शन से बिजली देकर लाभांवित किया गया।
इस उपलब्धि से ग्रामीणों के अलावा विद्युत वितरण निगम व जिला प्रशासन के अधिकारी भी खासे उत्साहित हैं। जिले की इस उपलब्धि की ‘लाभांवित परिवारों की जुबानी, उनके सपनों की कहानी’ की वीडियो स्टोरी तैयार कर उसे उसे यूट्यूब पर अपलोड किया गया है। जिसे बड़ी संख्या में लोगों ने देख रहे हंै। कम अवधि में हजारों परिवारों के घरों में पहली बार बिजली पहुंचाने की उपलब्धि से उत्साहित जिला प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए आवेदन करने की तैयारी की जा रही है। इसी उद्देश्य के तहत
यहां पंहुचा है उम्मीद का उजास
शाहाबाद ब्लॉक में हरियानगर, कुंडा, अचारपुरा भील बस्ती, बल्हारपुरा भील बस्ती, नादिया, कागलाभर, अनासागर भील बस्ती, अमरोद सहरिया बस्ती, टीपर का मानपुर, किशनगंज ब्लॉक में गजरोन, बंजारा बस्ती नयागांव, महोदरी कनेरिया, बग्गा का डेरा बोरेन, शाहपुरा बंजारा बस्ती, सिमलोद माता का टापरा, गढ़ेपान, चेनपुरा सुंडा, अन्ता में भावगढ़ सहरिया बस्ती, नियाना सहरिया बस्ती, डाबरा काकाजी कालबेलिया बस्ती, बारां में तुलसां मोग्या बस्ती, चौकी बैरवा बस्ती, छीपाबड़ौद में पीथपुर गुर्जर बस्ती, सीजनिया डगरा भील बस्ती व हरनावदाशाहाजी में बेजाजपुर गोगड़ा गुर्जर बस्ती आदि में बिजली पहुंची है।
खुशी से बता रहे उजियारे की कहानी
पूर्व में दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत सर्वे कर चिन्हित गांव व ढाणियों में विद्युतीकरण कार्य शुरू किया था। इसके बाद प्रधानमंत्री ने 25 सितम्बर 2017 को सौभाग्य प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना शुरू की। इसके तहत 11 अक्टूबर 2017 से 31 दिसम्बर 2018 तक जिले में 9 हजार 418 परिवारों को बिजली कनेक्शन देकर लाभांवित किया गया। सम्बलपुर की सहरिया बस्ती निवासी महिला पिंकी बाई का कहना है कि पहले कीड़ों का डर था, बच्चे पढ़ाई नहीं कर पाते थे। अब बिजली आने से राहत मिली है। इसी तरह अन्य ग्रामीण भी अंधेरे से उजियारे की कहानी बयां कर रहे हैं।
पूर्व में वन विभाग के आक्षेपों के चलते विद्युतीकरण नहीं हुआ, लेकिन बाद में सडक़ें बन गई तो उनके सहारे लाइन ले जाकर गांव व ढाणियों को विद्युतीकृत किया गया। कुछ आक्षेपों का निस्तारण भी किया गया। इसके बाद राह आसान होने से उजियारा फैला है।
अनिल जैन, सहायक अभियंता, जविविनि (सौभाग्य योजना)
रिपोर्ट – हंसराज शर्मा द्वारा
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