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तकदीर बदल गई पर तस्वीर नहीं ,जगह का अभाव, कर्मचारियों का भी टोटा ,बाहर आकर करनी पड़ती डाक पत्रों की छंटाई

तकदीर बदल गई पर तस्वीर नहीं ,जगह का अभाव, कर्मचारियों का भी टोटा ,बाहर आकर करनी पड़ती डाक पत्रों की छंटाईछबड़ा. तहसील मुख्यालय पर पुराने छबड़ा में रेणुका नदी के समीप स्थित डाकघर विगत करीब पचास साल से पुराने जर्जर भवन के एक हॉल में संचालित हो रहा है। कस्बे का विस्तार होने के बाद जहां कस्बे के ज्यादातर सरकारी दफ्तर जो की पूर्व में पुराने छबड़ा में ही संचालित थे वे अब नए भवनों में पहुंच चुके हैं।

बारांDec 06, 2019 / 04:57 pm

Shivbhan Sharan Singh

chabda post office

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तकदीर बदल गई पर तस्वीर नहीं ,जगह का अभाव, कर्मचारियों का भी टोटा ,बाहर आकर करनी पड़ती डाक पत्रों की छंटाई
छबड़ा. तहसील मुख्यालय पर पुराने छबड़ा में रेणुका नदी के समीप स्थित डाकघर विगत करीब पचास साल से पुराने जर्जर भवन के एक हॉल में संचालित हो रहा है। कस्बे का विस्तार होने के बाद जहां कस्बे के ज्यादातर सरकारी दफ्तर जो की पूर्व में पुराने छबड़ा में ही संचालित थे वे अब नए भवनों में पहुंच चुके हैं। जिनसे आमजन सहित ग्रामीण इलाकों की पहुंच इन सरकारी कार्यालयों में आसान हो गई, लेकिन एक छोटे से जर्जर हॉल में अव्यवस्थाओं के बीच संचालित क्षेत्र का मुख्य डाकघर नए भवन व सुविधाओं की बांट जो रहा है। इस मुख्य डाकघर से तहसील के ग्रामीण इलाकों में स्थित 24 ब्रांच ऑफिस सीधे जुड़े हुए है। जहां से ग्रामीण डाक सेवक रोजाना 700 से 8 00 डाक पत्र संग्रहण के लिए प्रतिदिन मुख्य डाकघर पहुंचते हैं। वहीं मुख्य डाकघर में 15000 बचत खाते संचालित है। उनके खातेदारों का भी लगातार मुख्य डाक शाखा में आना जाना लगा रहता है, लेकिन डाकघर में आमजन तो क्या कर्मचारियों के भी मुख्य गेट से अंदर जाने की जगह तक नहीं है। डाकघर के जर्जर भवन में जगह की तंगी के कारण डाक पत्रों की छंटनी भी डाकघर के बाहर जाकर कर्मचारियों को करनी पड़ती है। बरसात के समय और भी विकट हालात पैदा हो जाते है।
होती है कार्य में देरी
डाकघर से जुड़ी ज्यादातर व्यवस्थाएं अब ऑनलाइन होने के कारण ज्यादातर कार्य कंप्यूटर पर होते है, लेकिन पुराने छबड़ा में स्थित इस डाकघर भवन में नेटवर्क कनेक्टिविटी सही नहीं होने के कारण भी लगातार ऑनलाइन होने वाली सेवाएं भी बाधित रहती है। ऐसे में ग्राहकों के कार्य में देरी होती है।
डाकघर में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि नए छबड़ा में डाकघर भवन निर्माण के लिए भूखंड है। लेकिन उच्च स्तर से भूखंड निर्माण के लिए राशि स्वीकृत नहीं होने के कारण अभी तक इस हेतु कोई शुरुआत नहीं हुई है। पूर्व में कई बार भवन के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भी प्रेषित किया जा चुका है।
कर्मचारियों का टोटा
जहां तहसील मुख्यालय पर स्थित डाकघर जर्जर भवन को लेकर परेशानियों का सामना कर रहा है। वहीं यहां पोस्टमास्टर पद विगत 5 वर्षों से खाली पड़ा हुआ है। जिसका कार्य कार्यवाहक डाक सहायक द्वारा संभाला हुआ है। वहीं डाक सहायक के लिए स्वीकृत 3 पदों में से 2 पद खाली पड़े हुए हैं। एक मेल बाबू की कमी भी कर्मचारियों द्वारा बताई गई है।
(पत्रिका संवाददाता)

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