यह है मामला एक चिकित्सक ने 12 अप्रेल को पीएमओ के कक्ष में घुसकर उन्हें सूची चस्पा कराने की बात को लेकर अभद्रता करते हुए धमकाया। इस दौरान शोर सुनकर मौके पर पहुंचे चिकित्सक व अन्य कर्मचारियों ने स्थिति को भांपते हुए मामला शांत कराया। बाद में मामला पुलिस ओर जिला प्रशासन तक पहुंच गया। पीएमओ डॉ. नीरज शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मनोराग चिकित्सक अनुराग खींची के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को रिपोर्ट दी तथा डॉ. अनुराग खींची ने पीएमओ समेत तीन चिकित्सकों के खिलाफ अभद्रता का आरोप लगाते हुए परिवाद दिया है।
धारा 3 की धमकी पीएमओ की ओर से दी गई रिपोर्ट में कहा गया कि डॉ. अनुराग खींची, वरिष्ठ विशेषज्ञ (मनोरोग) ने पीएमओ कक्ष में आकर उन्हें राज्य सरकार के एनपीए लेने वाले चिकित्सकों की सूची डिस्प्ले करने के मामले को लेकर अनावश्यक व अभद्र भाषा में डराने, धमकाने का प्रयास किया। गाली गलौच कर दबाव बनाने का प्रयास किया गया व धारा 3 लगाने की धमकी दी गई।
पत्रिका ने किया था मामले को उजागर
कई चिकित्सक एनएपीए सूची में नाम होने के बाद भी क्लीनिकल प्रेक्टिस करने के इसी मुद्दे को उजागर करते हुए राजस्थान पत्रिका ने 10 अप्रेल 2024 के अंक में ‘सेवा के नाम पर चिकित्सक ले रहे एनपीए का मेवा’ शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। रिपोर्ट में पत्रिका में प्रकाशित इस खबर का भी जिक्र किया गया है।
यह हैं सरकारी आदेश सरकार ने एनपीए लेने के बाद भी क्लीनिकल प्रैक्टिस करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए 6 मार्च 2024 को एनपीए लेने वालों की सूची अस्पतालों में लगाने के आदेश दिए थे। इसमें कहा था कि आपातकालीन परिस्थितियों में मरीजों को परामर्श देना होगा, लेकिन एनपीए लेने वाले चिकित्सक को इन परिस्थितियों में स्लीप पर निशुल्क परामर्श की सील लगाना होगा। आदेशों की अनुपालना नहीं कराने पर संबंधित संयुक्त निदेशक, पीएमओ व सीएमएचओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत अस्पताल में सूची लगाई गई है।
जिला अस्पताल में एनपीए लेने वाले चिकित्सकों की सूची डिस्प्ले करने के मामले को लेकर तीन परिवाद दर्ज किए गए हैं। पीएमओ डा नीरज शर्मा ने डॉ. खींची के खिलाफ तथा डॉ. खींची ने पीएमओ समेत तीन चिकित्सकों के खिलाफ रिपोर्ट दी है। इसके अलावा डॉ. देवी शंकर नागर ने भी डॉ. खींची के खिलाफ अभद्रता करने के आरोप में रिपोर्ट दी है। फिलहाल तीनों परिवादों की जांच की जा रही है।
रामविलास मीणा, कोतवाली प्रभारी