पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया, पूर्व विधायक पानाचन्द मेघवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा तथा पीसीसी सदस्य हंसराज मीणा ने कहा कि अन्ता नगरपालिका क्षेत्र में विकास कार्य होने थे। इसकी निविदाओं को लेकर नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर खण्डेलवाल निराधार तथ्यों के आधार पर दुर्भावनापूर्वक अन्ता थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। भाया ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली कि खण्डेलवाल ने कमल राठौर और मोहित कालरा ने मिलकर षडयंत्रपूर्वक उनके कूटरचित लेटर पेड पर उनकी ओर से निविदा में कार्यादेश जारी करने के लिए अनुशंसा पत्र तैयार कर अन्ता थाने में पेश किया। जबकि उन्होंने ऐसा कोई पत्र ही जारी नहीं किया। मेरे नाम का जो कूटरचित अनुशंसा पत्र पुलिस को पेश किया है, उसमें अंकित दिनांक में कांट छांट की गई है।
इस सम्बन्ध में नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी से आरटीआई के तहत जानकारी ली तो उन्होंने भाया का कोई लिखित अनुशंसा पत्र नहीं मिलना बताया। इस सम्बन्ध में उन्होंने अन्ता थाने में शुक्रवार को एफआईआर दी, लेकिन पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते उसे दर्ज नहीं किया, बल्कि उसे जांच तलब रख लिया। भाया ने कहा कि यदि पुलिस ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की तो कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली इस इस मुद्दे को प्रदेश स्तर पर उठाएंगे। उधर, भाया के आरोपों पर भाजपा के रामेश्वर खंडेलवाल ने कहा कि हमारी तरफ से फर्जी दस्तावेज नहीं बनाए गए, चाहें तो जांच करा लें।
नगरपालिका अन्ता के विरुद्ध पूर्व में दर्ज मुकदमें में पूर्व मंत्री की अनुशंसा का लैटरपेड फर्जी लगाने की बात सामने आई है। इस मामले में अन्ता थाने में जांच रपट दर्ज की गई है। जांच में यदि लेटरपेेड कूटरचित पाया जाता है तो विधि सम्मत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
राजकुमार चौधरी, पुलिस अधीक्षक, बारां