बारां. एक नवविवाहिता ने जान की परवाह किए बगैर चलती ट्रेन से छलांग लगा दी। रेलवे की सूचना पर उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।
बारां. एक नवविवाहिता ने रविवार सुबह जान की परवाह किए बगैर चलती ट्रेन से छलांग लगा दी। रेलवे की सूचना पर 108 एम्बुलेंस से उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। दोपहर तक युवती चिकित्सालय में भर्ती रही, लेकिन उसके बाद लापता हो गई। उसे उसके पति तक पहुंचाने के लिए किसी मददगार की तलाश में थी। विभिन्न तरह के सामाजिक उत्पीडऩ की शिकार महिलाओं की मदद के लिए जिला चिकित्सालय में संचालित सखी केन्द्र को भी इसकी भनक नहीं लगी। जबकि केन्द्र पर चौबीस घंटे कांउसलिंग, पुलिस, कानून, चिकित्सा व आश्रय सुविधा उपलब्ध है। वहीं अस्पताल सूत्रों ने बताया कि श्ुवती दोपहर बारह बजे से लापता है। महिला के भर्ती होने तथा लापता होने के बारे में भी कोतवाली पुलिस तक को सूचना नहीं दी गई।
छजावा स्टेशन पर संभाला
छजावा रेलवे स्टेशन अधीक्षक सतीश विजय ने बताया कि सुबह करीब चार बजे
जोधपुर से आने वाली भगत की कोठी-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस ट्रेन किसी कारण से छजावा स्टेशन पर रुकी थी। यहां से ट्रेन रवाना होने के कुछ देर बाद ही करीब 18 वर्षीय युवती कविता राजपूत निवासी सिठोर, तहसील सीवाड़ा, जिला बाड़मेर चलती ट्रेन से कूद गई। करीब पौने पांच बजे वह स्टेशन पहुंची। उसके चेहरे व शरीर पर चोट थी तथा घबरा रही थी। उसे 108 एम्बुलेंस से जिला चिकित्सालय भर्ती कराया।
& स्टेशन मास्टर की ओर से महिला को जबरन ले जाने की सूचना मिली थी, उसके जिला चिकित्सालय में बयान लिए तो इलाज के लिए विशाखापट्टनम ले जाने की बात सामने आई है। बाद में उसका भाई राजूसिंह राजपुरोहित समेत अन्य परिजन पहुंच गए थे। संभवतया उनके साथ गई होगी।
सत्यनारायण चौधरी, जीआरपी चौकी प्रभारी
कविता ने रेलवे स्टेशन पर जानकारी दी की वह मूलत: जालौर की रहने वाली है। कुछ माह पहले ही उसकी शादी बाड़मेर में हुई है। वह पति के साथ रहना चाहती है, लेकिन पीहर पक्ष के लोग उसे ससुराल नहीं भेजकर किसी अन्य जगह शादी कराने के लिए ट्रेन से लेकर जा रहे थे। छजावा में उसके साथ मौजूद लोग गहरी नींद में सो गए तथा ट्रेन धीरे हुई तो मौका पाकर वह कूद गई। स्टेशन पर उसने उसके पति के मोबाइल नम्बर भी दिए। स्टेशन के बेसिक टेलीफोन से फोन लगाया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ तो बात नहीं हुई।